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ट्रेनों की इंजनों में लगाया गया फॉग सेफ डिवाइस, जानिए वजह

Nilmani Pal
13 Dec 2022 1:34 AM GMT
ट्रेनों की इंजनों में लगाया गया फॉग सेफ डिवाइस, जानिए वजह
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दिल्ली। सर्दियों के मौसम में संभावित कोहरे के मद्देनजर पूर्व मध्य रेल (East Central Railway) द्वारा संरक्षित ट्रेन परिचालन की दिशा में कई कदम उठाए जा रहे हैं, जिससे कोहरे के दौरान गाड़ियों के लेट होने के मामले कम से कम हों और यात्रियों को परेशानी न हो. इस उद्देश्य से इंजनों में फॉग सेफ डिवाइस (Fog Safe Device) लगाया गया है. ट्रेनों के सुचारू परिचालन के लिए पूर्व मध्य रेल के मेल/एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनों के लोको पायलटों के लिए फॉग सेफ डिवाइस का प्रावधान किया गया है. गौरतलब है कि फॉग सेफ डिवाइस जीपीएस आधारित एक उपकरण है जो लोको पायलट को आगे आने वाली सिगनल की चेतावनी देता है जिससे लोको पायलट ट्रेनों की स्पीड को नियंत्रित करते हैं.


ट्रेनों के इंजन में फॉग सेफ डिवाइस लगाने के साथ-साथ फॉग मैन भी तैनात किये जा रहे हैं जो कोहरे के दौरान रेल लाइन पर सिगनल की स्थिति की निगरानी करेंगे. रेल फ्रैक्चर से बचाव और समय पर इसकी पहचान हेतु उच्चाधिकारियों की निगरानी में रेलकर्मियों द्वारा निरंतर पेट्रोलिंग की जा रही है. इससे एक ओर जहां सुरक्षा में वृद्धि होगी. वहीं, कोहरे के बावजूद समय-पालन बनाए रखने में मदद मिलेगी. लाइनमैन एवं पेट्रोलमैन कर्मचारियों को जीपीएस भी उपलब्ध कराया जा रहा है ताकि उनकी खुद की भी सुरक्षा हो सके.

सिगनलों की दृश्यता को बढ़ाने के लिए सिगनल साइटिंग बोर्ड, फॉग सिगनल पोस्ट, ज्यादा व्यस्त समपार के लिफ्टिंग बैरियर आदि को काले और पीले रंग से रंगकर उसे चमकीला बनाया गया है. सिगनल आने के पहले रेल पटरी पर सफेद चूने से निशान बनाया गया है ताकि लोको पायलट कुहासे वाले मौसम में सिगनल के बारे में अधिक सतर्क हो जायें.


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