ऊना। सर्दियों के चलते जिला ऊना में धुंध व कोहरे के कोहराम से लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। लोग घर से बाहर जाने के लिए पहले गर्म वस्त्रों से पूरी तरह से ढक-लिपटकर ही जा रहे हैं। हालात ऐसे हैं कि सुबह के समय चालकों को सडक़ पर 20 से …
ऊना। सर्दियों के चलते जिला ऊना में धुंध व कोहरे के कोहराम से लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। लोग घर से बाहर जाने के लिए पहले गर्म वस्त्रों से पूरी तरह से ढक-लिपटकर ही जा रहे हैं। हालात ऐसे हैं कि सुबह के समय चालकों को सडक़ पर 20 से 30 मीटर की विजिबिलिटी में वाहनों को चलाना पड़ रहा है। जिला में सबसे ज्यादा खराब हालात उन क्षेत्रों में देखने को मिल रहा है। जहां फसलों की सिंचाई हो रही है या तालाब, नदी व नाले हैं। इन स्थानों पर पानी की भाव धुंध में तबदील होकर विजिबिलिटी को कम कर रही है। रविवार को धुंध व कोहरे का प्रभाव दोपहर तक रहा, दोपहर के बाद मौसम साफ हो गया।
अगर पिछले 24 घंटों की बात करें तो जिला ऊना के अधिकतम व न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। अधिकतम तापमान में 4.8 डिग्री सेल्सियस तापमान की गिरावट दर्ज की गई तो न्यूनतम तानमान में 0.8 डिग्री सेल्सियस की कमी मापी गई। मौसम विभाग के अनुसार जिला ऊना में रविवार अधिकतम तापमान 14.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया तो न्यूनतम तापमान 1.8 डिग्री सेल्सियस मापा गया। शहर के लोगों में राज कुमार, विपिन कुमार, दया, राहुल शर्मा, प्रेम कुमार, दयावंती, रोहानी, प्रेमा, रोमन, दिया, प्रिया, काजल, अजय, कमला, अनु, प्रीत, शालू, बीनू, सतीश कुमार, रविंद्र कुमार, पिहू, दिनेश कुमार, बलविंद्र ङ्क्षसह, कुलविंद्र ङ्क्षसह, राजेंद्र कुमार, मोहन लाल, अश्वनी कुमार, दरवारा लाल, मोहन दास, जगतार सिंह आदि ने कहा कि इन दिनों सर्दी के मौसम चरम पर है। सुबह-शाम धुंध व कोहरे के कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं, सीएमओ डा. संजीव वर्मा ने कहा कि जिला में ठंड का स्तर दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है। लोग सर्दी से बचने के लिए उचित एहतियात बरतें, सर्दी-जुकाम होने पर घरेलु काड़ों का सेवन करें। घर से बाहर निकलने पर शरीर को गर्म वस्त्रों से पूरी तरह से ढक लिपेट लें। कोई भी लापरवाही न बरतें। सर्दी के कारण बीमार होने पर स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाह लें। वहीं, एसपी अर्जित सेन ठाकुर ने कहा कि जिला में धुंध व कोहरे के कारण सडक़ों पर विजिबिलिटी पूरी तरह से कम हो रही है। इसलिए वाहन चालक सावधानी पूर्वक ड्राइविंग करें और कम गति में वाहनों को चलाएं। जहां वाहनों की धीमी गति से वाहन चालक खुद भी सुरक्षित रहेंगे और दूसरों को भी सुरक्षित रखेंगे। साथ ही सर्दी का प्रभाव भी ज्यादा नहीं पड़ेगा।