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फ्लाइंग वॉरियर अभिनंदन वर्धमान वीर चक्र से सम्मानित, पढ़े जब पाकिस्तान को सताता रहा हमले का डर

jantaserishta.com
22 Nov 2021 7:22 AM GMT
फ्लाइंग वॉरियर अभिनंदन वर्धमान वीर चक्र से सम्मानित, पढ़े जब पाकिस्तान को सताता रहा हमले का डर
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नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर रहे अभिनंदन वर्धमान को उनकी वीरता के लिए वीर चक्र से नवाजा गया है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें सम्मानित किया. यह सम्मान अभिनंदन को इसलिए दिया जा रहा है क्योंकि बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद उन्होंने एक पाकिस्तानी एफ-16 फाइटर जेट को अपने मिग-21 बाइसन लड़ाकू विमान से मार गिराया था. लेकिन इस दौरान उनका जेट भी क्षतिग्रस्त हो गया. वो दुश्मन की जमीन पर गिर पड़े थे. पाकिस्तानी सेना ने उन्हें पकड़ लिया था. करीब 60 घंटे बाद पाकिस्तान ने उन्हें भारत के हवाले किया था. इन 60 घंटों में पाकिस्तान सिर्फ डर के साये में जी रहा था. उसे इस बात का खौफ था कि कहीं भारत अभिनंदन के लिए उसपर हमला न कर दे.

पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आशिफ ने खुलासा किया था कि भारत के फाइटर पायलट अभिनंदन वर्धमान को पाकिस्तान ने भारत की डर की वजह से छोड़ा था. ख्वाजा मोहम्मद आसिफ ने यह बात पाकिस्तान के संसद में पिछले साल अक्टूबर के महीने में कही थी. उन्होंने कहा था कि अभिनंदन को छोड़कर पाकिस्तान भारत और दुनिया को खुश करना चाहता था.
दूसरी तरफ, पाकिस्तान असेंबली के पूर्व स्पीकर अयाज सादिक ने कहा था कि अभिनंदन को पकड़ने के बाद पाकिस्तान को यह डर लगातार सता रहा था कि कहीं भारत उनपर हमला न कर दे. इस हमले की आशंका की वजह से सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा के पैर कांप रहे थे. चेहरे पर पसीना आ रहा था. बाजवा को भारत के हमले का डर सता रहा था. इतना ही नहीं पाक के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी भी कांप रहे थे. वो कह रह थे कि खुदा के वास्ते अभिनंदन को जाने दें. उन्हें इस बात का डर था कि अगर अभिनंदन को रात 9 बजे तक रिहा नहीं किया गया तो भारत पाकिस्तान पर हमला कर देगा.


आइए जानते हैं कि उन 60 घंटों की कहानी क्या है. ये बात है 27 फरवरी 2019 की जब अभिनंदन मिग-21 से एक उड़ान पर थे. वो कश्मीर में पाकिस्तानी एयरक्राफ्ट के घुसपैठ की निगरानी कर रहे थे. सूचना थी कि सीमापार से पाकिस्तानी फाइटर प्लेन कश्मीर में घुसपैठ करने वाले हैं. सूचना सही भी थी. अभिनंदन ने पाकिस्तानी फाइटर जेट को खदेड़ा. इस दौरान वो पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र में चले गए. उनके एयरक्राफ्ट पर पाकिस्तानी एफ-16 ने मिसाइल दाग दी. लेकिन उससे पहले उन्होंने पाकिस्तानी फाइटर जेट को मार गिराया. खुद को विमान से इजेक्ट कर लिया.
अभिनंदन ने जब विमान से खुद को इजेक्ट किया उस समय वो भारतीय सीमा से 7 किलोमीटर दूर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में होरान गांव के ऊपर थे. वो गिरे भी वहीं. स्थानीय लोगों ने अभिनंदन को गिरते ही पकड़ लिया. वो पहचान गए कि यह एक भारतीय पायलट है. जब लोगों ने अभिनंदन को घेरना शुरु किया तो उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसा मत करो. लेकिन ग्रामीणों ने उनके साथ हाथापाई की. बाद में पाकिस्तानी सेना ने उन्हें ग्रामीणों के चंगुल से छुड़वाया और साथ में ले गए.
उसी दिन बाद में भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि की एक भारतीय पायलट पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों के साथ हुई झड़प के बाद से लापता है. भारतीय वायुसेना ने भी पुष्टि करते हुए कहा कि अभिनंदन ने पाकिस्तानी एयरफोर्स के F-16 फाइटर जेट को मार गिराया है. उधर, पाकिस्तानी फौज और प्रशासन ने अभिनंदन की चाय पीते हुए, उनसे पूछताछ करते हुए, उन्हें ग्रामीणों के पास से ले जाते हुए कि तस्वीरें और वीडियो डाले. इन वीडियो में दिखाया गया है कि होरान गांव के लोगों ने अभिनंदन के साथ मारपीट की थी. उनका चेहरा सूजा हुआ था. खून निकल रहा था. लेकिन पाकिस्तान सेना ने उन्हें वहां से निकालकर उनका इलाज कराया. उसके बाद उन्हें चाय पिलाते हुए पूछताछ की गई. इन वीडियो को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी आलोचना भी हुई क्योंकि यह जेनेवा कन्वेंशन के तहत गलत था. बाद में पाकिस्तानी प्रशासन ने इन वायरल वीडियो को इंटरनेट से हटाया.
अभिनंदन को 60 घंटे के अंदर भारत को सौंप दिया गया था. उन्हें अटारी-वाघा बॉर्डर से भारत वापस भेजा गया था. लेकिन इसके पहले भारत ने पाकिस्तान पर इतना ज्यादा दबाव बना दिया था कि उनकी सरकार, फौज और खुफिया एजेंसियां डर के साये में जी रही थीं. खौफ तो इतना था कि उसकी बात पाकिस्तान के संसद तक में गूंज रही थी. हालांकि पाकिस्तान के इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशन के डायरेक्टर जनरल ने कहा था कि इस घटना में किसी एफ-16 प्लेन का उपयोग नहीं हुआ है. क्योंकि उन्हें यह डर था कि अगर इसका खुलासा हुआ तो अमेरिका पाकिस्तान से सारे एफ-16 वापस मंगा लेगी. क्योंकि अमेरिका ने फाइटर प्लेन पाकिस्तान को आंतकवाद रोकने के लिए दिए थे.
2 मार्च 2019 को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तानी एफ-16 और भारतीय मिग-21 बाइसन के बीच हुई हवाई झड़प के दस्तावेज और फोटोग्राफ्ट दिखाए. साथ ही यह भी बताया कि पाकिस्तान ने जिस मिसाइल से हमला किया था उसका उपयोग सिर्फ पाकिस्तान करता है. यह AIM-120 AMRAAM मिसाइल है. भारतीय वायुसेना ने पुख्ता किया था कि इस झड़प में पाकिस्तान ने एफ-16 प्लेन का उपयोग किया था, क्योंकि उसका इलेक्ट्रॉनिक सिग्नेचर इस बात की गवाही दे रहा था. आपको बता दें कि हर फाइटर प्लेन का एक इलेक्ट्रॉनिक सिग्नेचर होता है जो वायुसेना के कमांड सेंटर पर दिखता है. इससे ही यह पता चलता है कि दुश्मन कौन सा विमान उड़ा रहा है.
आपको बता दें कि विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान 21 जून 1983 में एक तमिल जैन परिवार में कांचीपुरम के पास स्थित गांव थिरुपनामूर में पैदा हुआ था. उनके पिता रिटायर्ड वायुसेना एयर मार्शल थे. उनकी मां डॉक्टर हैं. 19 जून 2004 को भारतीय वायुसेना में कमीशनिंग हुई. फ्लाइंग ऑफिसर बनाए गए. वो पहले सुखोई-30 एमकेआई स्क्वाड्रन के पायलट थे. उसके बाद उन्हें मिग-21 बाइसन स्क्वाड्रन में शामिल किया गया. अभिनंदन की पत्नी रिटायर्ड स्क्वाड्रन लीडर हैं, जो दो बच्चों के साथ चेन्नई में रहती हैं. अभिनंदन अभी वायुसेना में ग्रुप कैप्टन हैं.
अभिनंदन की इस वीरगाथा के बाद देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में उनकी मूंछों की चर्चा हुई. बहुत से लोगों ने उनकी मूंछों की नकल की. जिसे अभिनंदन स्टाइल का नाम दिया गया. कई कंपनियों ने अभिनंदन की वीरता की तारीफ में ऐसे विज्ञापन बनाए जिसमें सिर्फ उनकी मूंछें ही थीं. उसी ने सारी कहानी बयां कर दी थी.
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