भारत

अरुणाचल प्रदेश में 10000 फीट की ऊंचाई पर फहराया गया ध्वज

Nilmani Pal
3 Feb 2022 9:29 AM GMT
अरुणाचल प्रदेश में 10000 फीट की ऊंचाई पर फहराया गया ध्वज
x

अरुणाचल प्रदेश। अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) के मुख्यमंत्री पेमा खांडू (Pema khandu) ने सर्किट हाउस तवांग के ऊपर नगंगपा नटमे (बुद्ध पार्क) में 104 फीट लंबा स्मारक राष्ट्रीय ध्वज (National flag) फहराया. यह स्मारकीय ध्वज भारत में ऊंचाई के मामले में 10000 फीट की ऊंचाई पर दूसरा सबसे ऊंचा स्मारकीय राष्ट्रीय ध्वज है. अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय ध्वज फहराने का उद्घाटन सिक्किम के राज्यपाल गंगा प्रसाद ने यहां महात्मा गांधी मार्ग पर किया. राज्यपाल ने सोमवार को मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग, अन्य मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में पट्टिका का अनावरण किया और राष्ट्रीय ध्वज फहराया.

राज्यपाल ने कहा कि झंडा मस्तूल यहां एक स्थायी ढांचा होगा और पूरे समय राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा. राज्य सड़क एवं पुल विभाग द्वारा फ्लेस्ट मास्ट स्थापित किया गया है और एमजी मार्ग के प्रवेश द्वार पर पर्यटक सूचना केंद्र के सामने स्थित है.हाल ही में चीन के विदेश मंत्रालय ने को भारतीय राज्य अरुणाचल प्रदेश की 15 जगहों के नाम बदलते हुए इसके 'मानकीकृत' नाम जारी किए थे. इन नामों को चीन अब अपने आधिकारिक दस्तावेज़ों और नक़्शों में इस्तेमाल करेगा क्योंकि चीन अरुणाचल प्रदेश को 'दक्षिणी तिब्बत' मानता है.भारत ने चीन के इस क़दम की निंदा की है और कहा है कि 'नाम ईजाद करके रख देने से' ज़मीन पर तथ्य नहीं बदलेंगे और 'अरुणाचल प्रदेश हमेशा से भारत का अभिन्न अंग रहा है और आगे भी हमेशा रहेगा.'चीन ने इन नामों की सूची अपने नए 'लैंड बॉर्डर क़ानून' के तहत जारी किया है. यह नया क़ानून एक जनवरी 2022 से प्रभाव में आ गया है, जिसको लेकर भारत ने चिंता जताई थी.चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का मुखपत्र माने जाने वाला अंग्रेज़ी दैनिक ग्लोबल टाइम्स ने इससे जुड़ी ख़बर प्रकाशित की थी.

इसमें कहा गया था कि चीन के नागरिक मामलों के मंत्रालय ने बुधवार को घोषणा की है कि उसने जांगनान (अरुणाचल प्रदेश का चीनी नाम) के 15 स्थानों के नामों को चीनी, तिब्बती और रोमन में जारी किया है.साल 2017 में चीनी प्रशासन ने पहली बार अरुणाचल प्रदेश के छह 'आधिकारिक' नाम जारी किए थे. उस समय इस क़दम को दलाई लामा के राज्य के दौरे पर चीन की एक विरोध प्रतिक्रिया के तौर पर देखा गया था.हालांकि, नई सूची पिछली बार से लंबी है और इसमें 15 जगहों के नाम हैं, जिनमें आठ शहर, चार पहाड़, दो नदी और एक पहाड़ी दर्रा शामिल है. इसमें अरुणाचल के 11 ज़िले शामिल हैं, जिनमें पश्चिम में तवांग से लेकर पूर्व में अंजॉ तक शामिल है.


Next Story