भारत और नेपाल के पांच हजार लोग शांति की खोज करने बोधगया पहुंचे
बेगूसराय न्यूज़: भाग, दौड़ की जीवन से इतर भारत और नेपाल के पांच हजार लोग शांति की खोज करने बोधगया पहुंचे. निरंजना नदी में अपने तनाव भरे जीवन को पूरी तरह भुलाकर शांति का अद्भुत अहसास किया. इसके बाद महाबोधि मंदिर तक शांति यात्रा निकाल बुद्ध के संदेशों से लोगों को अवगत कराया. बुद्ध के दर्शन में शून्यता पर काफी बल दिया गया है. इस दर्शन से अब दुनियां के लोग प्रभावित हो रहे हैं और इसी मार्ग का अनुशरण करने के लिए दोनों देशों के करीब पांच हजार लोग इस राह पर चल पड़े हैं. इसकी अगुवाई मलेशिया के डॉ. लिम सियो जिन (आचार्य नागाजिवा) कर रहे हैं. जो वर्तमान में एक सफल बहुराष्ट्रीय कंपनी डीएक्सएन के संस्थापक भी हैं.
डॉ लिम ने बताया कि वह झेन की ध्यान पद्धति से प्रभावित थे. जो मूल रूप से नागार्जुन और कुमारजिवा की शिक्षा पर आधारित है. इससे प्रेरणा लेकर शून्यत अभियान का शुभारंभ किया है. जिसका उद्देश्य शांति और समृद्धि है. डॉ लिम बताते हैं कि बोधगया उनके लिए बहुत मायने रखती है क्योंकि यहां गौतम बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई जो वास्तव में परम शून्य है. यहां से इस संदेश को दुनियां के अन्य देशों तक ले जाने का प्रयास होगा.