मुजफ्फरपुर में एक दंपति ने ट्रेन के आगे आकर अपनी जान दे दी. इससे ठीक पहले बेटे को बोला कि तुम घर जाओ. बेटा जैसे ही आगे बढ़ा...पहले मां ट्रेन के आगे कूदी, उसके ठीक बाद पिता कूद गया. बेटा ये सारा नजारा अपनी आंखों के सामने देखता रहा. फिर उसने घर के अन्य सदस्यों को बुलाया. आइए जानते हैं कि आखिर इस मामले में हुआ क्या था?
मुजफ्फरपुर के सकड़ा थाना क्षेत्र के मृतक दंपति दीपक साह और पत्नी रिंकू देवी चन्दनपटी गांव में रहते थे. घर में कुछ पारिवारिक विवाद चल रहा था. दोनों अक्सर आपस में लड़ते रहते थे. 36 वर्षीय संदीप और 32 साल की रिंकू ने फैसला लिया कि अब उन्हें जीना नहीं है.मंगलवार दोपहर ढोली और दुबहा रेलवे स्टेशन के बीच मिश्रौलिया गुमटी संख्या 158-2 के पास दोनों ने मालगाड़ी के सामने कूद कर जान दे दी. दोनों की मौके पर ही मौत हो गई. दीपक और रिंकू के इकलौते बेटे ने बताया कि दोपहर में जब घर आया तो मम्मी-पापा लड़ रहे थे. मारपीट भी की. बाद में दोनों निकले और कहा, चलो तुम जीकर क्या करोगे.
बेटे ने बताया कि मैं भी साथ चला गया. पटरी के पास पहुंचे तो दोनों ने कई बार आपस में बात की. फिर कहा, टॉस कर लो. टॉस के बाद मम्मी ने कहा ये बच गया. फिर मुझे कहा कि तुम घर जाओ, हम आते हैं. मैं जैसे ही पलटकर घर जाने लगा तो मम्मी तेजी से ट्रैक पर ट्रेन के सामने कूद गईं. इसके बाद पापा भी तेजी से दौड़ते हुए गए ट्रेन के नीचे कूद गए. इसके बाद बेटे ने ही घर के अन्य सदस्यों को इसकी सूचना दी.सूचना के बाद स्थानीय पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. सकड़ा थानाध्यक्ष राम नाथ प्रसाद ने इस पूरी घटना को पारिवारिक विवाद बताया है. परिजनों ने भी अभी तक किसी पर कोई आरोप नहीं लगाया है.