बिलासपुर। प्रदेश सरकार की ओर से निराश्रित बच्चों के लिए चलाई गई मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना में पहला स्टार्टअप प्रोजेक्ट मंजूर हुआ है। योजना के अंतर्गत बिलासपुर जिला की निराश्रित बेटी नक्षत्रा सिंह के नाम यह उपलब्धि जुड़ी है। यह बेटी हिमाचल की ऐसी पहली बेटी बनी है, जिसका प्रोजेक्ट सुखाश्रय योजना के तहत स्टार्टअप के लिए …
बिलासपुर। प्रदेश सरकार की ओर से निराश्रित बच्चों के लिए चलाई गई मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना में पहला स्टार्टअप प्रोजेक्ट मंजूर हुआ है। योजना के अंतर्गत बिलासपुर जिला की निराश्रित बेटी नक्षत्रा सिंह के नाम यह उपलब्धि जुड़ी है। यह बेटी हिमाचल की ऐसी पहली बेटी बनी है, जिसका प्रोजेक्ट सुखाश्रय योजना के तहत स्टार्टअप के लिए मंजूर हुआ है। अब यह होनहार बेटी भी सरकार की ओर से चलाई जा रही योजना के अंतर्गत आत्मनिर्भर बनेगी। साथ ही अन्य लोगों को भी रोजगार देगी। जानकारी के अनुसार जिला बिलासपुर के सदर उपमंडल के अंतर्गत निदेशालय महिला एवं बाल विकास विभाग की वर्किंग वूमेन होस्टल में नक्षत्रा सिंह रहती है।
बिलासपुर शहर के डियारा सेक्टर से संबंधित है। माता-पिता का साया सिर से उठने के बाद भी इस होनहार बेटी ने हिम्मत नहीं हारी। इसके चलते अपनी हिम्मत और कड़ी मेहनत के दम पर नक्षत्रा सिंह हिमाचल की पहली ऐसी निराश्रित बेटी हैं, जिसका मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना के अंतर्गत स्टार्टअप के लिए प्रोजेक्ट स्वीकृत हुआ है। नक्षत्रा सिंह ने पंजाब यूनिवर्सिटी से फॉरेंसिक साइंस एंड क्रिमिनोलॉजी में एमएससी की पढ़ाई पूरी की है। नक्षत्रा सिंह को शुरू से ही फैशन डिजाइनिंग के क्षेत्र में रूचि रही। उधर, इस बारे में जिला कार्यक्रम अधिकारी हरीश कुमार मिश्रा कहा कि नक्षत्रा की मेहनत के चलते यह प्रोजेक्ट स्वीकृत हुआ है। विभाग द्वारा सरकार की योजनाओं का लाभ पात्र तक पहुंचाया जाएगा।