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वन नेशन वन इलेक्शन समिति की पहली बैठक, पूर्व राष्ट्रपति के आवास पहुंचे अमित शाह
jantaserishta.com
6 Sep 2023 11:05 AM GMT
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नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 'वन नेशन वन इलेक्शन' समिति की पहली आधिकारिक बैठक के लिए पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के आवास पहुंचे।
बैठक में कोविंद और शाह समेत 6 सदस्य शामिल होंगे, जबकि लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी पहले ही इस कमेटी में काम करने से इनकार कर चुके हैं।
केंद्र सरकार ने पूर्व राष्ट्रपति कोविंद की अध्यक्षता में 2 सितंबर को एक कमेटी बनाई। इसमें गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी और पूर्व सांसद गुलाम नबी आजाद समेत 8 मेंबर नियुक्त किए गए। केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल कमेटी की बैठकों में स्पेशल मेंबर के तौर पर शामिल होंगे।
#WATCH | Union Home Minister Amit Shah arrives at the residence of former President Ram Nath Kovind in Delhi for the first official meeting of the 'One Nation One Election' committee. pic.twitter.com/NsW3klsbLI
— ANI (@ANI) September 6, 2023
प्रधानमंत्री मोदी की मंत्रियों को सलाह, भारत बनाम इंडिया पर बोलने से बचें और सनातन धर्म पर सख्ती से जवाब दें
जी-20 शिखर सम्मेलन को लेकर बुलाई गई केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी मंत्रियों को जी-20 इंडिया ऐप डाउनलोड करने, भारत बनाम इंडिया पर बोलने से बचने और उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म पर दिए बयान का सही तरीके और सख्ती से जवाब देने की सलाह दी है। आपको बता दें कि, जी-20 शिखर सम्मेलन के मद्देनजर भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने सम्मेलन से पहले ऐप विशेषतौर पर लॉन्च किया है। इस ऐप को कई भाषाओं में एक्सेस किया जा सकता है। बुधवार को केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक की अध्यक्षता करते समय प्रधानमंत्री मोदी ने सभी मंत्रियों को यह मोबाइल ऐप डाउनलोड करने की सलाह दी है। इस ऐप के जरिए मंत्रियों को विदेशी प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करने में मदद मिलेगी। भारत के पास जब तक जी-20 की अध्यक्षता रहेगी, यह ऐप तब तक कार्य करेगा।
मंत्रिपरिषद की बैठक में जी-20 शिखर सम्मेलन को लेकर एक प्रजेंटेशन भी दिया गया। बताया जा रहा है कि, मंत्रिपरिषद की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी मंत्रियों को जी-20 शिखर सम्मेलन के संदर्भ में भारत बनाम इंडिया की बहस को लेकर बयानबाजी से बचने की भी सलाह दी है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने अपने मंत्रियों को उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म पर दिए गए बयान का सही तरीके से और सख्ती से जवाब देने को कहा है।
मतलब साफ है कि भाजपा तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और राज्य सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन के बयान को एक बड़ा और राष्ट्रव्यापी मुद्दा बनाने जा रही है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान भी मंत्रियों को वीवीआईपी कल्चर से बचने की सलाह देते हुए बस पुल का इस्तेमाल करने को कहा। उन्होंने राष्ट्रपति द्वारा 9 सितंबर को आयोजित किए गए रात्रिभोज में हिस्सा लेने वाले मंत्रियों को पहले संसद भवन पहुंचने और वहां से बस में बैठकर वेन्यू तक जाने की सलाह दी है।
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