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न्यूज़ क्रेडिट: हिंदुस्तान | DEMO PIC
माफ कीजिएगा, मजबूरी में लूटपाट की।
लखनऊ: लखनऊ में रिटायर भूवैज्ञानिक वीरेंद्र मोहन और उनकी पत्नी को बंधक बना कर जेवर लूटने के बाद बदमाश कमरे से बाहर निकल आए। वृद्ध दम्पति के पैर छूकर बदमाशों ने वारदात करने के लिए माफी मांगी। कहा कि बीमार मां के इलाज के लिए पैसे नहीं है। मजबूरी में लूटपाट की। यह बात भूवैज्ञानिक और उनकी पत्नी ने पुलिस अधिकारियों को बताई है।
वीरेंद्र मोहन के मुताबिक घर में घुसते ही बदमाशों ने उनकी जेब में रखे छह हजार रुपये निकाल लिए। इसके बाद गहने और रुपयों के बारे में पूछ रहे थे। वीरेंद्र मोहन ने कहा कि घर में गहने और पैसे नहीं हैं। जिस पर बदमाश उन्हें धक्का देते हुए अंदर ले गए। वीरेंद्र के मुताबिक अधिकांश जेवर वह बैंक के लॉकर में रखते हैं। दीपावली का त्योहार होने के कारण कुछ गहने घर में ही रखे हुए थे। अलमारी से गहने निकालने के बाद बदमाश वापस जाने लगे। इससे पहले दोनों ने वीरेंद्र और उनकी पत्नी के पैर छूकर माफी मांगी। बदमाशों ने बुजुर्ग दंपति कहा कि मां के इलाज के लिए रुपयों की जरूरत थी। कहीं से इंतजाम नहीं हो रहा था। माफ कीजिएगा, मजबूरी में लूटपाट की।
चित्रा मोहन के मुताबिक बदमाश भागे तो घर के दरवाजे पर ताला बंद कर दिया था। जिस पर चित्रा ने उनसे कहा कि जेवर तो लूट लिए हैं कम से कम चाभी तो दे जाओ। इस पर एक बदमाश ने कहा कि आप मेरी मजबूरी समझिए, मैंने आपके साथ कोई दुर्व्यहार नहीं किया तो आप भी शोर मत मचाइएगा, दो घंटे तक पुलिस को भी खबर मत दीजिएगा। बाकी आपकी मर्जी। इतना कहने के बाद बदमाश कमरे में चाभी फेंक कर भाग निकले। किसी तरह पड़ोसियों की मदद से वीरेंद्र और चित्रा घर से बाहर आ सके। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।
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