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भारत में पहला मामला: दो विदेशी महिलाओं ने ATM हैक कर निकाले 32 लाख, जाने कैसे?

jantaserishta.com
28 July 2021 8:14 AM GMT
भारत में पहला मामला: दो विदेशी महिलाओं ने ATM हैक कर निकाले 32 लाख, जाने कैसे?
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युगांडा की नानटोंगों अलेक्ज़ेंड्रस और गांबिया की लौरिया कैथ को गिरफ़्तार किया गया है.

राजस्थान (Rajasthan) में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने युगांडा और गांबिया से आयी दो महिलाओं (Women) को गिरफ़्तार (Arrested) किया है. इन दोनों ने रास्पबेरी पाई डिवाइस से बैंक ऑफ बड़ौदा का सर्वर हैक (Hack) कर ATM से 32 लाख रुपये निकाल लिए थे.

युगांडा की नानटोंगों अलेक्ज़ेंड्रस और गांबिया की लौरिया कैथ को गिरफ़्तार किया गया है. ये दोनों सुबह 7 बजे से 9 बजे तक ATM हैक कर पैसे निकाला करती थीं. विदेश से दिल्ली आने के बाद यह जयपुर कोटा और उदयपुर जाकर अलग अलग शहरों में पैसे निकाला करती थीं. ये अपनी लोकेशन बदलती रहती थीं ताकि इनके भेद ना खुल सकें. इस तरह एटीएम हैक करने का देश में यह पहला मामला है.
स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के ADG अशोक राठौड़ ने बताया कि ये 14 जुलाई को जयपुर आ गई थीं और जुलाई तक अलग-अलग इलाकों में घूम बत्तीस लाख रुपये निकाले. बैंक में तकनीकी ख़ामी की वजह से सर्वर हैक हो गया लेकिन अलर्ट नहीं आया. ये दोनों महिलाएं रोज़ाना भेष भी बदलती थीं ताकि ATM में लगे CCTV कैमरे से इनकी पहचान ना हो सके.
सर्वर को हैक करने वाला रास्पबेरी पायी एक छोटा कम्प्यूटर और मदरबोर्ड जैसा होता है. इसें कमांड देने के लिए प्रोग्राम किया जाता है. इन दोनों महिलाओं ने इस डिवाइस को ATM में लगाकर वाई फ़ाई के ज़रिए मुख्य सर्वर से हटा दिया और फिर ATM का लोकल सर्वर बनाकर पैसा निकालने लगीं. लोकल सर्वर बनने के बाद इन ठगों के कमांड पर ही ATM काम कर रहा था. इन ठगों ने पहले पता लगाया था कि देश में कौन से ऐसे बैंक है जो पुराने मैनुअल सेटिंग सिस्टम पर काम कर रहे हैं और उन्हीं बैंकों के ATM को निशाना बनाया. पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.
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