झारखंड/धनबाद। कोयलांचल में कोलयरी और आउटसोर्सिंग कंपनियों में वर्चस्व को लेकर लगातार खूनी संघर्ष होता चला आ रहा है, जिसमें राजनीतिक दलों या जनप्रतिनिधियों की संलिप्तता के आरोप भी रहे हैं. बाघमारा में इसी वर्चस्व को लेकर आएदिन हिंसा होती ही रहती है, लेकिन ताज़ा मामले में गोली चलने तक की नौबत आ गई. बाघमारा विधानसभा क्षेत्र में एक ज़मीन के विवाद को लेकर न केवल लाठी डंडे चले, बल्कि फायरिंग भी हुई. इस मामले में कहा जा रहा है कि भाजपा विधायक के समर्थकों और कांग्रेस नेताओं के समर्थकों के बीच खूनी संघर्ष हुआ, जिसमें करीब आधा दर्जन लोगों के घायल होने की खबर है.
महूदा थाना क्षेत्र के तारगा पंचायत स्थित डी.ए.वी से कतरास को जोड़ने वाले फोर लेन नेशनल हाईवे-32 के पास स्थित एक ज़मीन पर निर्माण को लेकर बुधवार को बवाल हुआ. खाता नंबर 45, हल्का-09 जमीन के विवाद के मुताबिक एक पक्ष के संतोष रवानी जमीन पर निर्माण कार्य करवा रहे थे. इसी दौरान ज्योति महतो और उनके भतीजे काम रुकवाने आ गए. इस दौरान दोनों पक्षो में मारपीट हुई, लाठी, डंडे चले और बात फायरिंग तक आ गई. 10 राउंड फायरिंग हुई. मौके पर पहुंची पुलिस के सामने भी कुछ देर तक मारपीट चलती रही.
सूचना के बाद डीएसपी निशा मुर्मू समेत चार थानों की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची, जिसके बाद दोनों पक्षों को शांत कराया जा सका. मौके से एक खोखा बरामद किया गया. बताया जा रहा है कि जहां निर्माण कार्य करवाया जा रहा था, उस ज़मीन के सरकारी होने का दावा कर निर्माण रुकवाया गया था. डीएसपी ने दोनों पक्षों को थाने में सबूत पेश करने को कहा. वहीं, अभी किए जा रहे निर्माण कार्य को प्रशासन ने तत्काल बंद करवा दिया. तारगा गाँव के कम से कम चार लोगों को गंभीर चोटें आईं, जिन्हें इलाज के लिए धनबाद भेजा गया.
क्षेत्र में इस घटना के बाद से माहौल तनावपूर्ण रहा, जिसके चलते महुदा पुलिस घटना स्थल पर देर रात तक कैंप किये रही. वहीं, ज़मीन पक्ष के संतोष रवानी ने बताया कि कुछ लोग रंगदारी की मांग करने लगे, जिसके बाद मारपीट हुई. रवानी ने आरोप लगाया कि इससे पहले भी मारपीट हुई थी लेकिन लेकिन महूदा पुलिस उस मामले में भी अब तक किसी को गिरफ्तार नहीं कर सकी. वहीं, कांग्रेस नेता शेख गुड्डू ने कहा कि माफिया यहां हावी है. उन्होंने कहा, 'अगर पुलिस माफिया को नहीं रोक पाएगी तो हम खुद रोकने का काम करेंगे.'