फ्लिपकार्ट के डायरेक्टर समेत 3 के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की FIR दर्ज, युवक की खुदकुशी का मामला
दिल्ली NCR से सटे गाजियाबाद (Ghaziabad) जिले में सनसनीखेज मामला सामने आया है. जहां मसूरी पुलिस ने ऑनलाइन सल्फास बेचने के मामले में कोर्ट के आदेश पर फ्लिपकार्ट कंपनी (Flipkart Company) के निदेशक प्रवीण प्रसाद, कार्यवाहक निदेशक मनोज एस मनी और एरिया मैनेजर अनुभव शर्मा के खिलाफ गैर इरादतन हत्या की FIR दर्ज की है. वहीं, इस मामले में सल्फास खाकर जान देने वाले मसूरी के रहने वाले कैब ड्राइवर के भाई ने कोर्ट में अर्जी लगाई थी. हालांकि कोर्ट के आदेश पर दर्ज की गई FIR में मसूरी थाना पुलिस ने गैर इरादतन हत्या और साजिश रचने की धारा लगाई है.
दरअसल, इस मामले में कैब ड्राइवर के भाई ने फ्लिपकार्ट कंपनी के अधिकारियों पर खुलेआम जहर बेचने का आरोप लगाया था. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक कोर्ट के आदेश पर FIR दर्ज कर ली गई है. उन्होंने कहा कि छानबीन में जो सबूत सामने आएंगे, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी. मसूरी के रहने वाले शाहिद ने कोर्ट में अर्जी लगाई थी कि उनके बड़े भाई अब्दुल वाहिद कैब ड्राइवर थे. लॉकडाउन में काम में मंदी होने के चलते वह आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे. ऐसे में 10 सितंबर को 2021 को उन्होंने फ्लिपकार्ट से आर्डर कर 199 रुपए में सल्फास खरीदा था. वहीं, 18 सितंबर को उन्हें सल्फास की डिलीवरी मिली थी. इसके बाद बीते 24 सितंबर को अब्दुल वाहिद ने सल्फास खा लिया. हालत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां इलाज के दौरान अगले दिन 25 सितंबर को उनकी मौत हो गई थी.
बता दें कि मसूरी के खांचा रोड का रहने वाला अब्दुल वाहिद (24) कैब चलाता था. जहां कोरोना कर्फ्यू में उसकी कमाई बहुत कम रह गई थी, जिसके चलते वह काफी तनाव में चल रहा था. इस दौरान उन्होंने 25 सितंबर 2021 को ऑनलाइन जहर, कीटनाशक मंगाकर खा लिया. वहीं, दम तोड़ने से पहले उसने बताया कि जहर ऑनलाइन मंगाया था. हालांकि जहर का रैपर कैब में मिला था. ऐसे में उसकी हालत बिगड़ने पर उसे सर्वोदय अस्पताल ले जाया गया था. जहां उसकी मौत हो गई थी. उसके परिवार वालों की ओर से पैरवी कर रहे एडवोकेट रहीसुद्दीन ने बताया कि पुलिस को शिकायत दर्ज कराई गई थी. लेकिन केस दर्ज नहीं हुआ था.