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न्यूज एंकर और भाजपा सांसद पर FIR दर्ज, राहुल गांधी के बयान को उदयपुर की घटना से जोड़ा

jantaserishta.com
3 July 2022 6:25 AM GMT
न्यूज एंकर और भाजपा सांसद पर FIR दर्ज, राहुल गांधी के बयान को उदयपुर की घटना से जोड़ा
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न्यूज़ क्रेडिट: आजतक

जयपुर: वायनाड में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान को उदयपुर हिंसा से जोड़कर झूठ फैलाने के मामले में न्यूज एंकर, भाजपा सांसद राजवर्धन सिंह राठौर और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है. कांग्रेस नेता राम सिंह ने दावा किया कि पूर्व केंद्रीय मंत्री राठौर, मेजर सुरेंद्र पूनिया (सेवानिवृत्त) और कमलेश सैनी ने राजनीतिक लाभ लेने और जनता की भावनाओं को भड़काने के लिए न्यूज चैनल के उस वीडियो को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया.

कांग्रेस नेता राम सिंह ने बनपार्क पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 504 (जानबूझकर अपमान), 505 (आपराधिक धमकी), 153 ए (धर्म, जाति, स्थान के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने), 295A (जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कार्य, जिसका उद्देश्य किसी भी वर्ग की धार्मिक भावनाओं को उसके धर्म या धार्मिक विश्वासों का अपमान करना है) और 120B (आपराधिक साजिश) के तहत मामला दर्ज कराया है.
कांग्रेस नेता सिंह ने दावा किया कि न्यूज चैनल के एंकर को अच्छी तरह से पता था कि राहुल गांधी ने वायनाड में कांग्रेस कार्यालय पर हुई हिंसा के संबंध में बयान दिया था, न की कन्हैयालाल के हत्या के आरोपियों के संबंध में. हालांकि चैनल ने मामले को मानवीय भूल बताया है. माफी मांगते हुए न्यूज एंकर रंजन ने कहा कि हमारे शो में राहुल गांधी के बयान को उदयपुर की घटना से जोड़कर गलत संदर्भ में लिया गया, यह मानवीय भूल थी जिसके लिए हमारी टीम माफी मांगती है.
राहुल गांधी ने कहा था कि जिन बच्चों ने ऐसा किया (वायनाड में उनके कार्यालय में तोड़फोड़ की), उन्हें माफ कर दिया जाना चाहिए.
उधर, राहुल गांधी ने एक ट्वीट में कहा, "पूरा भारत भाजपा-आरएसएस के इतिहास को जानता है, जो देश को नफरत की आग में धकेल कर अपना हाथ गर्म करता है. उन्होंने कहा, "ये देशद्रोही देश को तोड़ने की कितनी भी कोशिश कर लें, कांग्रेस भारत को एकजुट करने के लिए और काम करती रहेगी."
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को लिखे एक पत्र में कांग्रेस के सीनियर नेता जयराम रमेश ने कहा कि वह इस बात से हैरान हैं कि कई भाजपा नेता जानबूझकर न्यूज चैनल पर दिखाई गई झूठी रिपोर्ट को सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं.
नड्डा को लिखे पत्र में रमेश ने कहा कि मूल वीडियो उनके वायनाड कार्यालय पर एसएफआई की हिंसा पर गांधी की टिप्पणी का था, लेकिन न्यूज चैनल पर प्रसारित किए गए वीडियो से ऐसा प्रतीत होता है कि राहुल गांधी का बयान उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या के आरोपियों से संबंधित था. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की ओर से ध्यान में लाया गया कि रिपोर्ट झूठी और भ्रामक थी.
रमेश ने नड्डा को भेजे अपने पत्र में कहा कि हमने चैनल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है. हम उम्मीद करते हैं कि आप और आपकी पार्टी के सहयोगी इस तरह के झूठ को फैलाने से बचेंगे. इसके अलावा मुझे उम्मीद है कि आप अपने सहयोगियों की ओर से तुरंत उचित माफी जारी करेंगे, जिन्होंने सच्चाई के प्रति इस तरह की लापरवाही से काम किया है.
रमेश ने चेतावनी दी, "अगर यह माफी आज जारी नहीं की जाती है, तो हम आपकी पार्टी और उसके नेताओं के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करेंगे, जो इस तरह के गैर-जिम्मेदार और आपराधिक तरीके से सोशल मीडिया का उपयोग करने पर जोर देते हैं. फिलहाल, भाजपा की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.


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