भारत

विश्वविद्यालय के कुलपति समेत 11 लोगों पर FIR दर्ज

Nilmani Pal
3 Feb 2023 2:18 AM GMT
विश्वविद्यालय के कुलपति समेत 11 लोगों पर FIR दर्ज
x
जानिए पूरा मामला
यूपी। शुआट्स (सैम हिग्गिनबॉटम यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर, टेक्नाेलॉजी एंड साइंसेज) के कुलाधिपति और कुलपति समेत 11 अधिकारियों के खिलाफ नैनी थाने में बृहस्पतिवार को एसटीएफ ने दो एफआईआर दर्ज कराई। इसमें शुआट्स अफसरों पर बेहद संगीन आरोप लगाए हैं। पहली एफआईआर लगभग साढ़े पांच करोड़ वित्तीय अनियमितता की है तो दूसरी 69 प्रोफेसरों, असिस्टेंट और एसोसिएट प्रोफेसरों की अवैध नियुक्ति की है। इस मामले में प्रतिकुलपति डाॅ. सर्वजीत हर्बट और कार्यालय अधीक्षक अशोक सिंह को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है।
कुछ साल पहले दिवाकर नाथ त्रिपाठी ने शुआट्स के पदाधिकारियों के खिलाफ तमाम शिकायतें की थीं। इसके साथ ही कमिश्नर प्रयागराज को भी ये शिकायतें की गईं थीं। कमिश्नर ने निधि लेखा परीक्षा विभाग से जांच कराई। एसटीएफ जांच कर ही रही थी कि निधि लेखा परीक्षा विभाग ने जांच पूरी कर कमिश्नर को आख्या दे दी। यह आख्या एसटीएफ को मुहैया कराई गई। एसटीएफ भी अपनी जांच में कमोवेश उसी नतीजे पर पहुंची।

निधि लेखा परीक्षा विभाग की आख्या के आधार पर बृहस्पतिवार को डिप्टी एसपी नवेंदु सिंह ने नैनी थाने में दो एफआईआर दर्ज कराईं। पहली एफआईआर करीब साढ़े पांच करोड़ वित्तीय अनियमितता की है। इसमें प्रसार योजना, प्रशिक्षण वेतन भत्ता, यात्रा व्यय, वेतन वृद्धि, निविदा के विपरीत फर्मों, अवैध नियुक्तियों को वेतन भत्ते आदि के भुगतान में पांच करोड़, 56 लाख, 57 हजार 592 रुपये अवैध और अनियमित ढंग से खर्च किए जाने के आरोप हैं। बताया गया है कि तमाम स्थानों पर कूटरचित दस्तावेजों को लगाया गया। दूसरी एफआईआर संस्थान में 1984 से लेकर 2017 तक कुल 69 प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर और एसोसिएट प्रोफेसर की अवैध नियुक्ति की है। इन नियुक्तियों में अनिवार्य योग्यता का पालन न करने, पदों का विज्ञापन दो प्रख्यात समाचार पत्रों में न करने, विज्ञापन की अवधि का मापदंड स्थापित न करने और बिना आवेदन के चयन को अंतिम रूप दिए जाने को लेकर दर्ज कराई गई है। नियुक्तियों में तमाम कूटरचित अभिलेखों को लगाया गया है। दोनों ही एफआईआर में 11 लोगों को नामजद किया गया है।

कुलाधिपति जेए आलिवर, कुलपति डॉ. राजेंद्र बिहारी लाल, तत्कालीन रजिस्ट्रार अजय लारेंस, प्रतिकुलपति सुनील बी लाल, तत्कालीन एचआर विनोद बिहारी लाल, रजिस्ट्रार राबिन एल प्रसाद, तत्कालीन वित्त निदेशक स्टीफन दास, डीन डॉ. मोहम्मद इम्तियाज, प्रतिकुलपति डाॅ. सर्वजीत हर्बट, तत्कालीन निदेशक एचआरएम रंजन जान, कार्यालय अधीक्षक अशोक सिंह, वित्तीय सहमति देने वाले अन्य अधिकारी।

Next Story