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जम्मू-कश्मीर में पंडितों के पलायन का मुद्दा एक बार फिर गरमा गया है
जम्मू-कश्मीर में पंडितों के पलायन का मुद्दा एक बार फिर गरमा गया है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने घाटी से कश्मीरी पंडितों के पलायन को दर्शाने वाली फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' का जिक्र करते हुए सोमवार को लोकसभा में कांग्रेस पर निशाना साधा। सीतारमण ने कहा कि वायु सेना के एक अधिकारी की हत्या में कथित रूप से शामिल एक व्यक्ति की एक पूर्व प्रधानमंत्री से मुलाकात की तस्वीर भी सामने आई थी। कांग्रेस को इसका जवाब देना चाहिए।
केंद्रीय वित्त मंत्री ने संसद में कहा 'कांग्रेस पार्टी को जवाब देना चाहिए कि एक अलगाववादी, जिसने स्वीकार किया था कि उसने भारतीय वायु सेना के एक अधिकारी को मार डाला था, को भारत के तत्कालीन प्रधान मंत्री की ओर से आमंत्रित किया गया था और उन्होंने उसके साथ हाथ मिलाया था।'
कश्मीर में उस समय की सच्चाई को याद करना चाहिए
लोकसभा में केंद्रशासित प्रदेश जम्मू कश्मीर के लिए वित्त वर्ष 2022-23 के बजट और वित्त वर्ष 2021-22 के लिए अनुदान की अनुपूरक मांगों पर चर्चा का जवाब देते हुए सीतारमण ने कहा कि 'कश्मीर फाइल्स' के बारे में बात करते समय उस समय की सच्चाई को याद करना चाहिए कि जब हिन्दुओं पर इतना कुछ घट रहा था तो वे इससे कैसे निकले। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद भी जो बातें आ रही है, वे स्थिति से इनकार को प्रदर्शित करती हैं।
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से यह बात कही गई कि कश्मीरी पंडित खुद अपनी मर्जी से और दिल्ली में कुछ फायदा उठाने के लिए अपने आप वहां से चले गए।
'हिन्दुओं को उनके नसीब पर छोड़कर विदेश चले गए थे सीएम'
वित्त मंत्री ने आरोप लगाया कि कश्मीरी पंडितों को जब ऐसी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था, जम्मू कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस नीत सरकार थी और उसमें कांग्रेस पार्टी शामिल थी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि तब के मुख्यमंत्री हिन्दुओं को उनके नसीब पर छोड़कर विदेश चले गए। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस विषय पर विपक्षी पार्टी के ट्विटर हैंडल से कही गई बातें सच्चाई से इनकार के उसके इरादे को बयां करती हैं।
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