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फाइनेंस कंपनी के मालिक यहां आयकर विभाग की रेड, 170 करोड़ की बेहिसाब संपत्ति का हुआ खुलासा

Nilmani Pal
15 May 2024 2:32 AM GMT
फाइनेंस कंपनी के मालिक यहां आयकर विभाग की रेड, 170 करोड़ की बेहिसाब संपत्ति का हुआ खुलासा
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महाराष्ट्र। नांदेड शहर में आयकर विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है. यहां IT टीम ने भंडारी फाइनेंस व आदिनाथ कोऑपरेटिव बैंक पर छापा मारा. इस दौरान करोड़ों की बेहिसाब संपत्ति मिली है, जिसे आयकर विभाग ने जब्त कर लिया है. कार्रवाई के दौरान बड़ी मात्रा में कैश मिला, जिससे गिनने में 14 घंटे लग गए.

आयकर विभाग की यह कार्रवाई लगातार 72 घंटे तक चली. छापेमारी में विभाग को भंडारी फैमिली के पास से 170 करोड़ की बेहिसाब संपत्ति मिली है. इसके अलावा 8 किलो सोना मिला है. आयकर विभाग ने कुल 170 करोड़ की बेहिसाब संपत्ति का पता लगाया है, जिसे जब्त कर लिया गया. अधिकारियों को छापेमारी के दौरान मिले 14 करोड़ कैश को गिनने में करीब 14 घंटे लग गए. इस कार्रवाई से फाइनेंस कारोबारियों में खलबली मच गई. भंडारी फैमिली के विनय भंडारी, संजय भंडारी, आशीष भंडारी, संतोष भंडारी, महावीर भंडारी और पदम भंडारी का नांदेड़ में बड़ा प्राइवेट फाइनेंस बिजनेस है. यहां आयकर विभाग को टैक्स चोरी की शिकायत मिली थी. इसी के चलते छह जिलों पुणे, नासिक, नागपुर, परभणी, छत्रपति संभाजीनगर और नांदेड़ के आयकर विभाग के सैकड़ों अधिकारियों ने संयुक्त रूप से छापा मारा. टीम ने 10 मई शुक्रवार को नांदेड़ में भंडारी फाइनेंस व आदिनाथ कोऑपरेटिव बैंक पर रेड मारी.

करीब 100 अफसरों की टीम 25 वाहनों से नांदेड़ पहुंची थी. टीम ने अली भाई टॉवर में भंडारी फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड कार्यालय, कोठारी कॉम्प्लेक्स में कार्यालय, कोकाटे कॉम्प्लेक्स में तीन कार्यालयों और आदिनाथ अर्बन मल्टीस्टेट को-ऑपरेटिव बैंक पर छापा मारा. इसके अलावा पारसनगर, महावीर सोसायटी, फरांदे नगर और काबरा नगर स्थित आवासों पर भी छापेमारी की गई. नांदेड में आयकर अधिकारियों ने एक साथ की. नांदेड़ जिले में आयकर विभाग ने पहली बार इस तरह की कार्रवाई को अंजाम दिया है. आयकर विभाग के अधिकारियों ने शुक्रवार, शनिवार और रविवार तीन दिन तक कार्रवाई जारी रखी. इस दौरान सभी दस्तावेजों की जांच की गई. लगातार 72 घंटे तक चली कार्रवाई में आयकर विभाग को 170 करोड़ की बेहिसाब संपत्ति मिली है. विभाग को 8 किलो सोना और 14 करोड़ रुपये कैश मिले. फिलहाल आयकर टीम इस पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटी है.


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