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महिला अफसर आत्महत्या मामला: पुलिस की हिरासत में पूर्व मंगेतर, पढ़े लेटेस्ट अपडेट

jantaserishta.com
31 Oct 2021 8:56 AM GMT
महिला अफसर आत्महत्या मामला: पुलिस की हिरासत में पूर्व मंगेतर, पढ़े लेटेस्ट अपडेट
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अयोध्या: अयोध्या में महिला बैंकर की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. दरअसल, श्रद्धा गुप्ता (30 साल) पंजाब नेशनल बैंक के सर्किल ऑफिस में स्केल1 अधिकारी के पद पर तैनात थीं. शनिवार को उनका शव कमरे के अंदर पंखे पर लटका हुआ मिला था. कमरे के बेड पर एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ था. इसमें विवेक गुप्ता, आशीष तिवारी और अनिल रावत तीन नामों का जिक्र था.

श्रद्धा ने अपने सुसाइड नोट में लिखा था, ''मम्मी पापा मेरे सुसाइड की वजह विवेक गुप्ता, आशीष तिवारी (एसएसएफ हेड लखनऊ) और अनिल रावत (फैजाबाद पुलिस) ये तीन हैं. इसके लिए सॉरी.''
पुलिस ने श्रद्धा के पिता की शिकायत पर विवेक गुप्ता, आशीष तिवारी (एसएसएफ हेड लखनऊ) और अनिल रावत के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. इसके अलावा मुख्य आरोपी विवेक गुप्ता को हिरासत में ले लिया है. श्रद्धा गुप्ता की अप्रैल 2020 में बलरामपुर के उतरौला में रहने वाले विवेक गुप्ता से शादी तय हुई थी. दोनों के बीच बात भी होने लगी थी. लेकिन कोरोना के चलते शादी नहीं हो पाई.
श्रद्धा के पिता राजकुमार गुप्ता ने बताया था कि श्रद्धा ने उन्हें बताया था कि विवेक की हरकतें ठीक नहीं है, उसका बैकग्राउंड ठीक नहीं है और मैं शादी नहीं करूंगी. इसके बाद श्रद्धा की मर्जी पर ही विवेक से घरवालों ने शादी तोड़ दी, लेकिन विवेक लगातार श्रद्धा का पीछा करता रहा शादी करने का दबाव बनाता रहा. 15 दिन पहले श्रद्धा जब अपने घर गई थी, तब भी उसने साफ कहा कि विवेक बड़े बड़े पुलिस अधिकारियों से फोन करा कर प्रताड़ित कर रहा है, परेशान कर रहा है.
श्रद्धा के पिता ने आरोप लगाया है कि उन्होंने जब विवेक को समझाने की कोशिश की तो विवेक ने उसे धमकाते हुए कहा कि मेरे संबंध बड़े पुलिस अफसरों से हैं, ज्यादा परेशान करोगे तो बहुत बुरा होगा. इस मामले में नामजद आईपीएस आशीष तिवारी वर्तमान में लखनऊ में स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स के एसपी के पद पर तैनात हैं, जिनके दोनों ही नंबर स्विच ऑफ हो गए हैं.
पूर्व मंगेतर विवेक गुप्ता को अयोध्या पुलिस ने हिरासत में ले लिया है, लेकिन इस सुसाइड नोट में जिस अनिल रावत पुलिस फैजाबाद के नाम का जिक्र है वह अनिल रावत अभी भी पहेली बना हुआ है. पूरे अयोध्या जिले में अनिल रावत नाम का कोई नौजवान सिपाही नहीं है, ट्रैफिक ड्यूटी में एक अधेड़ उम्र के अनिल रावत है जो ट्रैफिक लाइन में ही रहकर ड्यूटी करते हैं. फिलहाल पुलिस ने इस मामले में श्रद्धा के कमरे से बरामद हुईं दो डायरी को भी जब्त किया है.
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