बदायूं. उत्तर प्रदेश के बदायूं (Badaun) जिले में एक महिला दरोगा (Women Police Inspector) को थप्पड़ मारना महंगा पड़ गया. जब बिजली विभाग के कर्मचारियों ने विरोध में 35 गांवों की बत्ती काट दी. बताया जा रहा है कि पेट दर्द की दवा लेने जा रहे विद्युत विभाग के कर्मचारी सुनील कुमार को चौराहे पर चेकिंग कर रहीं कुंवरगांव थाने में तैनात महिला इंस्पेक्टर शर्मिला शर्मा ने रोक लिया, मास्क न लगाने पर उनका चालान कर दिया. एसएसओ ने जब जेई से मोबाइल पर बात कराना चाही तो महिला इंस्पेक्टर ने मोबाइल छीन लिया और उनके थप्पड़ जड़ दिया. फिर पिटाई करते हुए थाने में ले जाकर हवालात में बंद कर दिया.
घटना की जानकारी होने पर पावर कारपोरेशन के कर्मचारियों में उबाल आ गया. पहले कर्मचारियों ने थाने जाकर प्रदर्शन किया. फिर वहां से आकर विद्युत उपकेंद्र पर धरने पर बैठ गए. उन्होंने कस्बा सहित 35 गांवों की बिजली सप्लाई भी बंद कर दिया, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया. शाम को सीओ सिटी मौके पर पहुंचे और कर्मचारियों को कार्रवाई का आश्वासन देकर विद्युत आपूर्ति शुरू कराई. इस दौरान करीब छह घंटे बिजली गुल रही.
कुंवरगांव सब स्टेशन पर तैनात एसएसओ जापान सिंह ने बताया कि पेट दर्द की दवा लेने जा रहे विधुत विभाग के कर्मचारी सुनील कुमार को चौराहे पर चेकिंग कर रहीं महिला इंस्पेक्टर शर्मिला शर्मा ने रोक लिया. इंस्पेक्टर से बात कराने को कहा तो इंस्पेक्टर ने मोबाइल छीनकर रख लिया और उनको थप्पड़ जड़ दिया. एसएसओ ने कहा कि चालान करो, मारपीट क्यों कर रही हैं. इससे इंस्पेक्टर आक्रोशित हो गईं. उन्होंने कर्मचारी को पकड़कर पुलिस की गाड़ी में डाल लिया. उन्हें थाने ले जाकर हवालात में बंद कर दिया.
पावर कॉरपोरेशन के कर्मचारियों को मामले की जानकारी हुई तो वे इकट्ठे होकर थाने पहुंच गए. फिर विद्युत उपकेंद्र में जाकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया. उन्होंने कुंवरगांव के अलावा आसपास के 35 गांवों की सप्लाई बंद कर दी. सीओ सिटी विनय कुमार द्विवेदी मौके पर पहुंचे और उचित कार्रवाई का आश्वासन देकर कर्मचारियों का धरना समाप्त कराया. इसके बाद गांवों की आपूर्ति शुरू की गई.