इंदौर। भारत में ऐसे कई नेता है जिन्होंने 10वीं तक की पढाई भी नहीं की होगी और ऐसे भी नेता है. जिन्होंने उच्च स्तरीय शिक्षा ग्रहण किया हुआ है. ऐसे भी कई राजनेता होते है जो घर परिवार और अन्य कारणों के चलते अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पाते है. उन्ही में से ऐसे कई नेता होते है जो अपने पढ़ने की ललक के चलते चुनाव जितने के बाद भी अपनी पढाई आगे जारी रखते है. इसी का जीता जगता उदारहरण है मध्य प्रदेश के दमोह जिले के पथरिया विधानसभा क्षेत्र की विधायक रामबाई सिंह परिहार है, यह बसपा से विधायक है. बसपा से विधायक रामबाई सिंह अपनी दबंग तेज तर्रार अंदाज के लिए जानी जाती है. वह हमेशा किसी न किसी चीज को लेकर सुर्खियों में रहती है, लेकिन इस बार मामला कुछ अलग है. इस बार वह अपनी पढाई को लेकर सुर्खियों में है. दरअसल विधायक रामबाई सिंह इन दिनों दमोह के जेपी कन्या विद्यालय में कक्षा दसवीं की परीक्षा दे रही है. विधायक होने के बावजूद वह भी वह बिना किसी हिचक और संकोच के अन्य छात्र छात्राओं के साथ बैठक ओपन स्कूल की दसवीं की परीक्षा दे रही है.
रामबाई सिंह ने इस समय दसवीं की परीक्षा देने के बारे में बताया कि वह पारिवारिक कारणों के चलते अपनी पढाई पूरी नहीं कर पाई थी. उन्होंने ने आगे बताया कि वह सिर्फ दसवीं ही नहीं बल्कि स्नातक की भी डिग्री हासिल करना चाहती है. जिससे वह सरकार की नीतियों को अच्छे से समझ सके। साथ ही उन नीतियों को जनता के भलाई के लिए लागू भी कर सके. उन्होंने बताया कि वह अपने बेटी से रोज ट्यूशन लेती है और उन्होंने ने गुरुवार को दसवीं कक्षा के हिंदी की परीक्षा भी दी है.