महिला वकील ने मुख्यमंत्री को बताया पुलिस अफसर की करतूत के बारे में, क्या किया उनके साथ?
यूपी। गोरखपुर के चौरीचौरा क्षेत्र की एक महिला अधिवक्ता ने तरकुलहा चौकी प्रभारी सुशील कुमार पर अभद्र व्यवहार करने और देख लेने की धमकी देने का आरोप लगाया है। अधिवक्ता ने दरोगा पर कार्रवाई करने के लिए सीओ चौरीचौरा को प्रार्थनापत्र दिया है। मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी दरोगा के विरुद्ध शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है।
थानाक्षेत्र के ग्राम राघोपुर निवासी महिला अधिवक्ता सत्यभामा ने सोमवार को मुख्यमंत्री पोर्टल पर भेजे अपने शिकायती पत्र में लिखा है कि शनिवार को वह कुछ काम से अपनी कार से जा रही थीं। डुमरी खुर्द के मोड़ पर मारुति एजेन्सी के पास एक बाइक सवार ने उनकी कार में जोरदार टक्कर मार दी, जिससे कार क्षतिग्रस्त हो गई। बाइक चालक भी घायल हो गया। इसके बाद वह कार को वहीं छोड़ दूसरे वाहन से घायल युवक नीरज को लेकर पहले पीएचसी करमहा फिर सीएचसी चौरीचौरा ले गईं और उसका इलाज करवाया। इसके बाद वह घटनास्थल पर पहुंचीं।
तरकुलहा चौकी प्रभारी सुशील चौरसिया भी वहां पहुंच गए और उनके साथ दुर्व्यवहार करने लगे। जब उन्होंने अपना परिचय अधिवक्ता के रूप में दिया तो दरोगा ने पुलिस का रौब दिखाने लगे और कहा कि हापुड़ की घटना भूल गईं? इसके बाद जबरन उनकी कार थाने ले जाने लगे। आसपास के लोगों के बीचबचाव के बाद दरोगा देख लेने की धमकी देकर चले गए। अधिवक्ता ने दरोगा सुशील चौरसिया के विरोध केस दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है। इस मामले में तरकुलहा चौकी प्रभारी सुशील कुमार ने महिला अधिवक्ता द्वारा लगाए आरोपों को गलत बताया है। उनका कहना है कि उन्होंने कोई अभद्र भाषा का प्रयोग नहीं किया। दुर्घटना के बाद पुलिसिया कार्रवाई करने पहुंचा था। वहीं सीओ चौरीचौरा योगेंद्र सिंह का कहना है कि मामले की जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।