राजस्थान के चूरू महिला थाने की कांस्टेबल ने थानाधिकारी और स्टाफ को सबक सिखाने के लिये ऐसा कांड कर दिया, जिससे जिले के पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. महिला काॅन्स्टेबल गुरुवार को थाने से उस वक्त इंसास राइफल चुराकर ले गई, जब वह सन्तरी की डयुटी कर रही थी. थाने में राइफल चोरी होने की सूचना लगने पर पुलिस कर्मियों की सांसे फूल गई. पुलिस की काफी मशक्कत के बाद महिला कांस्टेबल की ओर से चुराई गई राइफल को चूरू न्यायालय में कार्यरत लिपिक के घर में मिली. बाबू के घर में उसके बेड के नीचे से बरामद की गई. पुलिस ने महिला काॅन्स्टेबल लीलावती व उसका सहयोग करने वाले लिपिक प्रकाश को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेजने के आदेश दिए गये हैं. इससे पहले पूछताछ के दौरान आरोपित महिला कांस्टेबल ने महिला थानाधिकारी सतपाल विश्नोई और स्टाफ को सबक सिखाने के लिए इंसास राइफल चुराने की बात कही.
कोतवाली थाना पुलिस ने आईपीसी की धाराओं और आर्म्स एक्ट की धारा 7/25 में मामला दर्ज किया. महिला थानाधिकारी सतपाल विश्नोई ने रिपोर्ट में बताया कि गुरुवार को पुलिस लाइन से हेड काॅन्स्टेबल भादर सिंह ने एक अन्य कॉन्स्टेबल धापी देवी के मोबाइल पर फोन कर उसे इंसास राइफल ले जाने के लिए कहा. थाने का काॅन्स्टेबल शीशराम पुलिस लाइन पहुंचा व राइफल लेकर आया. उस वक्त संतरी पहरे पर महिला कांस्टेबल सविता थी. सविता मालखाने की चाबी नहीं मिलने पर राइफल को एचएम कार्यालय के स्टोर में रख दिया, उस समय संतरी पहरे पर आरोपी कॉन्स्टेबल लीलावती तैनात थी.
पुलिस ने बताया कि शाम को करीब चार बजे एचएम ने राइफल संभाली तो गायब मिलने पर उसके होश उड़ गए. महिला कांस्टेबल लीलावती से जब राइफल के बारे में पूछा तो उसने जानकारी होने से इंकार कर दिया, जबकि उस वक्त वहीं सन्तरी तैनात थी. रायफल चोरी किये जाने से पहले महिला काॅन्स्टेबल ने शातिर तरीके से थाने में लगे सीसीटीवी कैमरे भी बन्द कर दिये, जब पुलिस की ओर से थाने में लगे सीसीटीवी की जांच की तो बंद पाए गए. पूछताछ के दौरान चाय व सब्जी लगाने वालों ने आरोपित महिला काॅन्स्टेबल को राइफल ले जाते देखने की बात कही. उन्होंने बताया कि महिला कांस्टेबल वापस लौटी तो राइफल उसके पास मौजूद नहीं थी.10 मिनट तक खुद को थाने में बंद कर लिया था.
पुलिस ने बताया कि कुछ देर बाद आरोपित महिला कांस्टेबल पहुंची और ताला तोड़ने के बाद टॉयलेट जाने का बहाना बनाकर अंदर से कुंडी लगा ली. समझाइश के बाद करीब 10 मिनट बाद गेट को खोला गया. मकान की तलाशी लेने पर कुछ नहीं मिला. बाद में मोहल्ले की बच्ची ने बताया कि उसने लीलावती को पास के मकान में रायफल फेंकते देखा था. पुलिस को अंदेशा था कि वारंट आने तक आरोपी राइफल को खुर्द-बुर्द कर सकता है, ऐसे में बिना किसी इंतजार के कोर्ट में कार्यरत आरोपी महिला काॅन्स्टेबल लीलावती का राइफल छिपाने में सहयोग करने वाले बाबू प्रकाश के घर की तलाशी ली गई. तलाशी के दौरान एक कमरे के ताला लगा रखा था. इस पर पुलिस ने खुलवाकर तलाशी ली तो गद्दे के नीचे महिला कांस्टेबल की चुराई इंसास राइफल मिल गई. महिला काॅन्स्टेबल लीलावती पिछले ढाई महीने से थाने से अनुपस्थित थी, जिसने गुरूवार को ही महिला थाने पहुंचकर डयुटी ज्वाइन की थी. प्रथमदृष्टया अपने स्टाफ से रंजिश रखने के चलते वह उन्हे फंसाना चाहती थी और इसलिये उसने सुनियोजित तरीके से इस वारदात को अंजाम दिया. राजगढ थाने में ड्यूटी के दौरान भी महिला कान्स्टेबल लीलावती विवादों में रह चुकी है. साल 2014 में राजगढ थाने में अपनी पोस्टिंग के दौरान राजगढ थाने में जमकर हंगामा किया था. लोगों के सामने सरेआम अपने ही अधिकारियों पर ऐसे गंभीर आरोप लगाए कि लोग दंग रह गए थे. सिपाही ने लोगों के सामने रो-रो कर आरोप लगाये थे कि गलत कामों में सहयोग नहीं करने पर अधिकारी उसे प्रताड़ित कर रहे हैं.