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महिला भाजपा नेत्री और पुलिसकर्मियों में नोकझोंक, कलेक्टर को करना पड़ा हस्तक्षेप, वीडियो वायरल, जाने क्यों?
jantaserishta.com
25 May 2021 10:01 AM GMT
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कोरोना संक्रमण को लेकर राज्य में लॉकडाउन के बीच जरूरी सेवाओं के लिए छूट है, वहीं बिना काम के घर से निकलने वालों पर सख्ती बरती जा रही है. ऐसे में रतलाम में जब पुलिसकर्मियों ने सड़क से गुजर रहे लोगों से कोरोना जांच कराने जाने के लिए ई-पास मांगा, तो भाजपा नेता पुलिसकर्मियों से भिड़ गईं. बाद में कलेक्टर ने इस मामले में हस्तक्षेप कर मामला सुलझाया.
मध्य प्रदेश के रतलाम में कोरोना लॉकडाउन के बीच बीजेपी नेत्री और पुलिसकर्मियों के बीच हुई तकरार का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. इस वीडियो में भाजपा नेता पुलिसकर्मियों से भिड़ती नजर आ रही हैं. बीजेपी नेता का कहना है कोरोना जांच कराने के लिए किसी भी प्रकार के ई-पास की जरूरत नहीं है, जबकि पुलिसकर्मियों द्वारा लोगों से ई-पास मांगा जा रहा था.
भाजपा नेत्री व पार्षद सीमा टांक ने कहा कि लोगों ने बताया कि वह अपनी कोविड-19 जांच के लिए सिविक सेंटर स्थित तरणताल फीवर क्लीनिक पर पहुंचे तो उनसे जांच करने के लिए ई-पास मांगा जा रहा है. इस पर उन्होंने जनता की परेशानी को समझते हुए फीवर क्लीनिक पहुंचकर सवाल उठाया कि जब कलेक्टर और एसपी बोल चुके हैं कि मेडिकल इमरजेंसी में कोई ई-पास नहीं मांगा जाएगा, तो जिसको कोविड की आशंका है और जांच के लिए आया है, ई-पास क्यों मांगा जा रहा है.
वहां मौजूदा पुलिसकर्मियों ने कहा कि ऊपर से आदेश है. इस बात पर बीजेपी नेता भड़क गईं. उन्होंने कहा कि आदेश दिखाइए या फिर लिखकर दीजिए कि बगैर ई पास के जांच नहीं करेंगे. इस पर विवाद खड़ा हो गया. मौके पर भीड़ इकट्ठा हो गई, जिसके टीआई किशोर पाटनवाला लाव लश्कर के साथ पहुंच गए. किशोर पाटनवाला और सीमा टांक के बीच काफी देर बहस हुई.
जब किशोर पाटनवाला ने कहा कि जिनके पास ई पास नहीं है वह सब पुलिस थाने चलें तो सीमा टांक ने कहा कि पहले मुझे गिरफ्तार कीजिए, फिर इनको ले चलिए. मैं चलने को तैयार हूं. उनकी बात सुनकर जितने लोग जांच कराने पहुंचे थे, वह भी कहने लगे कि हम भी आपके साथ चलेंगे. बाद में जिला कलेक्टर ने सीमा टांक से बात की और उनके हस्तक्षेप से जो भी लोग जांच कराने पहुंचे थे, उन सभी की जांच प्रारंभ हुई और ये मामला शांत हो सका.
कलेक्टर रतलाम कुमार पुरुषोत्तम ने बताया कि स्पष्ट निर्देश है कि मेडिकल इमरजेंसी सेवा के अलावा कहीं भी जाने पर ई पास जरूरी है. वहीं आज की घटना में वहां लोगों की भीड़ जमा हो गई थी, इसलिए मौके पर सभी की सैंपलिंग कराने के बाद मामला सुलझा दिया गया है. उन्होंने कहा कि फीवर क्लीनिक भी यदि किसी को जाना है, तो उसके लिए ई पास अनिवार्य है.
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