बाड़मेर। भारत-पाक सीमा पर बसा बाड़मेर (Barmer) का जिला अस्पताल एक बार फिर सुर्खियों में है. यहां भर्ती एक गर्भवती महिला (Pregnant woman) ऑपरेशन के डर (Fear of operation) से मातृ एव शिशु विंग से खिड़की की जाली हटाकर वहां से कूदकर भाग गई. परिजनों की सूचना के बाद अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया. अस्पताल प्रशासन ने कोतवाली पुलिस को इतला दी. उसके बाद अस्पताल से करीब 10 किलोमीटर दूर हरसाणी फांटा के पास महिला को पकड़ लिया गया. गर्भवती महिला के मिलने के बाद परिजन, अस्पताल प्रशासन और पुलिस ने राहत की सांस ली है. बाड़मेर का जिला अस्पताल गत 9 जुलाई को उस समय भी सुर्खियों में आया था जब यहां से 3 दिन का मासूम गायब हो गया था.
जानकारी के अनुसार सुख सिंह की पत्नी सरोज के पहली डिलीवरी ऑपरेशन से होनी थी. इसके लिये उसे जिला अस्तपाल के मातृ एव शिशु विंग में भर्ती किया गया था. सरोज डिलीवरी से ऑपरेशन नहीं चाहती थी. वह ऑपरेशन के नाम से ही काफी डरी हुई थी. ऑपरेशन डर से घबराई सरोज बुधवार को अलसुबह वार्ड की खिड़की में लगी जाली को हटाकर वहां से कूदकर भाग गई. परिजनों को सुबह करीब 7 बजे इसका पता चला. उन्होंने आनन-फानन में जिला अस्पताल प्रशासन और कोतवाली पुलिस को इसकी इतला दी. उसके बाद महिला की खोज शुरू की गई. पुलिस ने कड़ी मशक्कत कर जिला अस्पताल से करीब 10 किलोमीटर दूर हरसाणी फांटा के पास से महिला को पकड़ लिया और उसे जिला अस्पताल लेकर आयी.
मातृ एव शिशु अस्पताल की विभागाध्यक्ष डॉ. कमला वर्मा के मुताबिक ऑपरेशन के डर से प्रसूता अस्पताल की खिड़की से कूदकर भाग गई थी. उसकी सूचना कोतवाली पुलिस को दी गई. इसके बाद दोपहर करीब 1 बजे महिला को ढूंढकर जिला अस्पताल में वापस भर्ती करवाया गया है. उसकी तबीयत ठीक है. अस्पताल में उसका इलाज जारी है. वह ऑपरेशन के नाम से ही घबराई हुई है.