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हैजा का डर! एंबुलेंस कर्मचारी बीच रास्ते में छोड़ भागे तीन मरीज को

jantaserishta.com
3 Oct 2023 4:39 PM GMT
हैजा का डर! एंबुलेंस कर्मचारी बीच रास्ते में छोड़ भागे तीन मरीज को
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एक महिला की मौत हो गई.
रीवा: हैजा का खौफ एंबुलेंस कर्मचारी पर ऐसा दिखा कि एंबुलेंस कर्मचारियों ने तीनों मरीजों को जबरन बीच रास्ते में उतारा और वहां से एंबुलेंस सहित भाग गए। इसके बाद सड़क पर ही एक महिला की मौत हो गई।
अभी कुछ ही दिनों पहले मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले से एक हैरान कर देने वाला वीडियो सामने आया था। यहां एक गर्भवती महिला के घर तक एंबुलेंस नहीं पहुंच सका तो उसे बांस के सहारे लटका कर ले जाने का वीडियो सामने आया था। अब राज्य के ही रीवा जिले से एक और ऐसी ही तस्वीर सामने आई है। इस बार बांस के सहारे महिला की डेड बॉडी को टांग कर ले जाया गया है। रीवा जिले के त्योथर क्षेत्र से स्वास्थ्य विभाग के बड़े-बड़े दावों के बीच मानवता और सिस्टम को शर्मसार कर देने वाली एक तस्वीर समाने आई है। यहां पर रहने वाले मुसहर परिवार के सदस्य अचानक हैजा की गंभीर बीमारी से ग्रसित हो गए। जिसके बाद परीजनों ने 108 एम्बुलेंस को सूचना दी। मौके पर एम्बुलेंस पहुंची और मरीजों को लेकर अस्पताल जाने लगी। कुछ दूर जानें के बाद एंबुलेंस के कर्मचारियो को हैजा का ऐसा भय सताने लगा कि वह तीनों मरीजों को जबरन सड़क किनारे उतार कर एंबुलेंस सहित वहां से भाग गए।
इसके बाद रास्ते पर पड़ी एक महिला की मौत हो गई। इलाज के अभाव में मृत हुई महिला की डेड बॉडी ले जाने के लिए शव वाहन भी नसीब नहीं हुआ। थक-हारकर उसके परिजन डेड बॉडी को बांस और चादर के सहारे बांधकर वापस अपने घर ले गए। इधर सड़क पर पड़े मरीजों को पुलिस वाहन से इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हुआ है।
दरअसल यह पूरा मामला त्योंथर विधानसभा क्षेत्र के दत्तुपुर गांव का है। यहां पर रहने वाले मुसहर परिवार के तीन सदस्य अचानक हैजा की गंभीर बीमारी से ग्रसित हो गए। बताया जा रहा है की इन लोगों ने मांसाहारी भोजन किया था जिसके बाद तीनों की हालात काफी गंभीर हो गई थी। घर पर आए 108 एंबुलेंस के कर्मचारियो ने मरीजों को एम्बुलेंस में बैठाया और अस्पताल के लिए निकल गए। लेकिन हैजा का खौफ एंबुलेंस कर्मचारी पर ऐसा दिखा कि एंबुलेंस कर्मचारियों ने तीनों मरीजों को जबरन बीच रास्ते में उतारा और वहां से एंबुलेंस सहित भाग गए।
घटना के बाद स्थानीय लोग वहां पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने अपने वाहन के जरिए हैजा से पीड़ित दो लोगों को अस्पताल पहुंचाया। इधऱ हैजा से ग्रसित एक महिला ने मौके पर दम तोड़ दिया। शव वाहन नहीं मिलने पर महिला के शव को चादर में लपेटा गया और बांस और बास से टांग कर उसी के सहारे शव को कई किलोमीटर दूर का पैदल सफर तय किया गया।
इस मामले में मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. के एल नामदेव का कहना है कि सांसद जनार्दन मिश्रा से गांव में हैजा फैलने की जानकारी प्राप्त हुई थी। सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की एक टीम को गठित करके मौके के लिए भेजा गया है। जो भी मरीज हैजा से ग्रसित है उन्हें अस्पताल में भर्ती कराकर इलाज किया जाएगा। किसी एंबुलेंस कर्मचारी के द्वारा किए गए कृत्य को लेकर सीएमएचओ ने कहा कि घटना की जांच कराई जाएगी और जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं महिला की मौत और शव वाहन उपलब्ध न होने के सवाल पर सीएमएचओ ने जानकारी न होने की बात कहकर अपना पलड़ा झाड़ लिया।
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