आगरा के बृज क्षेत्र में हर दिन कोरोना को लेकर खौफ बढ़ता जा रहा है. आलम ये है कि लोगों को मोक्षधाम में अपने परिजनों के अंतिम संस्कार के लिए 5-6 घंटे इंतजार करना पड़ रहा है. यही नहीं, शवों को लाने के लिए एंबुलेंस की कमी है. इसी बीच मजबूरी बयां करती एक तस्वीर सामने आई जिसे देख लोग भी सन्न रह गए. दरअसल, एंबुलेंस की कमी के कारण, एक बेटे ने अपने पिता के शव को कार की छत से बांध दिया और मोक्षधाम में ले आया.
इस दृश्य को देखकर मोक्ष धाम में मौजूद लोगों की आंखों में आंसू आ गए. कुछ घंटों के बाद, जब अंतिम संस्कार करने का समय आया, तो बेटे ने पिता की लाश को कार की छत से उतारा और दाह संस्कार की प्रक्रिया पूरी की. आगरा में संक्रमितों की संख्या 600 को पार हो गई है. पिछले 9 दिनों में कुल 35 मरीजों की मौत हुई है. जबकि मैनपुरी जिले में 8, फिरोजाबाद में 2, मथुरा में 4, एटा में 7, कासगंज में 2 और आगरा में 5 लोगों की एक दिन में मौत हो गई. आगरा के निजी अस्पताल मरीजों को भर्ती नहीं कर रहे हैं और आस-पास के जिले फिरोजाबाद और मथुरा के अस्पताल भी गंभीर मरीजों को आगरा भेज रहे हैं, ऐसे में मरीजों के परिजन बेहद तनाव में हैं. मैनपुरी में 369, एटा में 237, मथुरा में 190, फिरोजाबाद में 80 और कासगंज में 42 नए कोरोना रोगी पाए गए हैं.
वहीं, दिल को झकझोर देने वाली इन तस्वीरों के बीच कुछ राजनेता कोरोना महामारी पर भी राजनीति कर रहे हैं. समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष राम गोपाल बघेल ने इंडिया टुडे को बताया कि कोरोना में सबसे खराब स्थिति के लिए देश / राज्य की सरकारें जिम्मेदार हैं. हम सभी देख सकते हैं कि बीजेपी इस महामारी को रोकने में पूरी तरह से विफल रही है. इस समय भाजपा की विफलता सामने आ रही है. भाजपा नेता अपनी विफलता को छिपाने के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. ऑक्सीजन, बिस्तर और दवाओं जैसे रोगियों के लिए आवश्यक चीजों की कमी शहरों में स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है. भाजपा झूठे वादे कर लोगों को गुमराह कर रही है.