राजस्थान के दौसा में पिंकी सैनी ऑनर किलिंग केस में अब तक पांच महिलाओं और दो पुरुषों समेत सात लोगों को गिरफ़्तार किया गया है. पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में कई खुलासे हुए हैं. आरोपी पिंकी सैनी का अपहरण कर करौली के गढ़मेडी नामक गांव में ले गए थे और वहां उसे केले के गोदाम में छुपा कर रखा था ताकि पुलिस दबिश के दौरान पिंकी का पता ना चल सके. वारदात से कुछ घंटे पहले ही पिंकी सैनी को दौसा लाया गया था. लोकलाज और 16 फरवरी को हुई शादी के खर्च का हवाला देकर घरवालों ने पिंकी को काफी समझाया था. लेकिन पिंकी अपने प्रेमी रोशन के साथ रहने पर अड़ी रही. इसके बाद उसके पिता शंकर सैनी ने ही उसकी गला दबाकर हत्या कर दी. पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि जब बेटी ने अपने पिता की बात नहीं मानी तो उसके पिता शंकर सैनी ने करीब 1 घंटे तक पिंकी के साथ मारपीट की और गला दबाया ताकि वह मर जाए.
इस केस में एक नया तथ्य यह भी सामने आया है कि 1 मार्च को जब पिंकी का प्रेमी रोशन अपने घर से किडनैप हुआ था, तब उसका पिता शंकर सैनी किडनैपर्स के साथ शामिल नहीं था. अपहरण के दौरान पिंकी की मां चमेली सहित कुछ महिलाएं और पुरुष शामिल थे. जिनमें से पुलिस ने पिंकी की मां चमेली सहित पांच महिलाओं और दो पुरुषों को गिरफ्तार कर लिया है. ऑनर किलिंग की इस वारदात के बाद दौसा पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं. पुलिस पर आरोप लगाए जा रहे हैं कि हाईकोर्ट के निर्देश के बाद भी दौसा पुलिस ने उन दोनों को सुरक्षा क्यों नहीं दी. जब इस बारे में दौसा के एसपी अनिल बेनीवाल से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पिंकी और उसका प्रेमी रोशन राजस्थान उच्च न्यायालय में पेश हुए थे. उन्होंने अपनी जान को खतरा बताया था. इसके चलते राजस्थान उच्च न्यायालय ने जयपुर के अशोक नगर थाना पुलिस को मौके पर बुलाया और प्रेमी जोड़े को उनके सुपुर्द कर दिया.
कोर्ट ने उन्हें सुरक्षित स्थान पर छोड़ने के निर्देश दिए थे. जिसके बाद पुलिस उन दोनों को जयपुर के ही त्रिवेणी नगर में छोड़ कर आ गई थी. एसपी ने बताया कि प्रेमी और प्रेमिका 1 मार्च को दौसा आए थे, लेकिन उन्होंने इस बात की जानकारी ना तो अशोक नगर थाना पुलिस को दी और ना ही दौसा पुलिस को. दोनों ने ना तो दौसा आने का फोन किया और ना ही थाने में या एसपी कार्यालय में आए. दौसा आने के कुछ ही घंटे बाद जब पिंकी का अपहरण हो गया. तब जाकर दौसा पुलिस को सूचना मिली और जब पुलिस मौके पर पहुंची तो पिंकी के प्रेमी रोशन ने राजस्थान उच्च न्यायालय के आदेश दिखाए. इसके बाद पिंकी के प्रेमी को पुलिस सुरक्षा उपलब्ध करा दी थी और पिंकी को ढूंढने के लिए पुलिस की कई टीमें लगाई गई थी. लेकिन अपहरणकर्ता पिंकी को लेकर करौली के गड़मेडी गांव पहुंच गए और उसे केले के गोदाम में छुपा कर रखा ताकि पुलिस को उसका पता ना चले. फिलहाल, पिंकी ऑनर किलिंग केस में उसके पिता शंकर सैनी को गिरफ्तार कर लिया गया है. साथ ही पिंकी के किडनैपिंग केस में उसकी मम्मी चमेली सहित 5 महिलाओं और 2 पुरुषों को गिरफ्तार किया गया है.