अहमदाबाद के साबरमती रिवरफ्रन्ट पर पहले वीडियो बना कर अपने पति से प्यार का इजहार और फिर नदी में कूदकर जाने देने वाली आयशा तो आपको याद ही होगी. उसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था. अब इस मामले में आयशा के पिता ने साफ कर दिया है कि जाने से पहले भले ही आयशा ने अपने शब्दों में पति को माफ कर दिया लेकिन वो किसी को माफ नहीं करेंगे और उसे फांसी की सजा दिलाकर रहेंगे.
बता दें कि आयशा के आत्महत्या करने के बाद इस मामले में आरोपी पति आरिफ को गिरफ्तार करने गुजरात पुलिस राजस्थान के जालोर पहुंची थी, लेकिन वो वहां से फरार है. अब आयशा के परिवार वाले आरिफ के लिए फांसी की सजा की मांग कर रहे हैं. आयशा के पिता लियाकत अली मकराणी अपनी बेटी की मौत के लिए जिम्मेदार दामाद आरिफ को बख्शने के मूड में नहीं हैं. उन्होंने कहा, 'चाहे कोई कुछ भी दे दे लेकिन वो अपनी बेटी की मौत के लिए जिम्मेदार उसके हत्यारों को कभी भी माफ नहीं करेंगे'. उन्होंने कहा कि मेरी बेटे को आत्महत्या के लिए मजबूर किया गया.
लियाकत अली मकराणी ने कहा, 'मेरी बेटी को दहेज के लिए इतना सताया गया कि उसे ससुराल वालों ने तीन-तीन दिन तक खाना नहीं दिया. मेरी बेटी फोन पर अपने दिल का हाल और खुद पर हो रहे अत्याचार को ना बता सके इसलिए उसका फोन भी छीन लिया गया था. मेरी बेटी को आत्महत्या के लिए उसके पति ने मजबूर किया था. उन्होंने कहा, बेटी ने उन्हें बताया था कि ससुराल वाले उसे बेहद परेशान कर रहे हैं और मैं इन सबसे थक गयी हूं. इसके बाद मैं जालोर जाकर उसे अपने साथ अहमदाबाद ले आया था. इसके बाद 21 अगस्त को अहमदाबाद के वटवा में आयशा ने अपने पति आरीफ खान, सास, ससुर, ननद के खिलाफ घरेलू हिंसा का केस भी दर्ज करवाया था. उन्होंने कहा कि वो उसके सभी सुसराल वालों को जेल में देखना चाहते हैं.
बता दें कि गुजरात पुलिस ने आयशा की मौत के बाद इस मामले में दहेज उत्पीड़न, घरेलू हिंसा और आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है. पुलिस आरोपी को पकड़ने राजस्थान भी गई थी लेकिन आरिफ अपने घर से फरार है. वहीं इन दिनों आयशा के पति आरिफ के नाम से सोशल मीडिया पर एक WhatsApp स्टेटस का स्क्रीन शॉट तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें कथित तौर पर आरिफ ने लिखा है कि कौन छोड़ गया ये Important नहीं है, कौन अब भी साथ है ये important है. आयशा ने आत्महत्या करने से पहले साबरमती नदी रिवर फ्रंट पर जो वीडियो बनाया था उसमें वो कह रही थी, 'जितनी भी जिंदगी मिली, सुकून है. अब वह खुदा से मिलना चाहती है. मैं हवाओं की तरह हूं, बस बहते रहना चाहती हूं. किसी के लिए नहीं रुकना, मैं खुश हूं कि आज के दिन जिन सवालों के जवाब चाहिए थे, वे मिल गए और मुझे जिसको जो बताना था, बता चुकी हूं. थैंक्यू, मुझे दुआओं में याद रखना. पता नहीं, जन्नत मिले न मिले. चलो अलविदा'
जानकारी के मुताबिक आयशा के नदी में कूदने के बाद जब रिवरफ्रंट पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की तो उसमें सामने आया कि आयशा ने मरने से पहले अपने पति आरिफ के साथ 70 मिनट तक बात की थी. हालांकि, उस दौरान दोनों के बीच क्या बातचीत हुई थी और आरिफ ने उससे क्या कहा ये अभी तक पता नहीं चल पाया है. पुलिस इस बात की जांच में जुटी हुई है.
दरअसल ,आयशा पिछले कुछ महीनों से अपने पिता के घर पर ही रह रही थी, उसका पति आरिफ उससे दहेज की मांग करता था, यही नहीं पैसे ना देने पर उसे बुरी तरह पीटता भी था. ऐसा आयशा के पिता ने दावा किया है. अब आयशा की मौत के बाद पिता बेटी को न्याय दिलाने की गुहार लगा रहे हैं. उन्होंने कहा आयशा को न्याय तब ही मिल पाएगा जब आयशा को मौत देने वाले को सजा मिलेगी और वो सजा ऐसी होनी चाहिए जिससे कभी किसी दूसरे की बेटी को आत्महत्या के लिए मजबूर ना होना पड़े. अब अहमदाबाद में जस्टिस फॉर आयशा के लिए कैंपेन चलाकर न्याय की मांग हो रही है.