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ऐसे मिली सफलता.
बेंगलुरु (आईएएनएस)| यूपीएससी की परीक्षा पास करने वाले कर्नाटक के 25 युवक-युवतियों में एक बस ड्राइवर का बेटा भी शामिल है। राज्य परिवहन कंपनी से जुड़े एक बस ड्राइवर के बेटे सिद्दालिंगप्पा के. पूजार ने सिविल सेवा परीक्षा, 2022 में 589वीं रैंक हासिल की है। धारवाड़ के पास अन्निगेरी शहर के रहने वाले सिद्दालिंगप्पा गरीब पृष्ठभूमि से आते हैं और उन्होंने कन्नड़ माध्यम से परीक्षा दी। उनकी मां शांतव्वा ने कहा कि उन्हें अपने बेटे के यूपीएससी परीक्षा देने के बारे में कुछ नहीं पता था।
उन्होंने कहा, "मुझे नहीं पता था कि उसने यूपीएससी की परीक्षा दी है। मुझे गर्व है कि वह बेहद मुश्किल परीक्षा पास कर गया और धारवाड़ जिले को गौरवान्वित किया।" सिद्दालिंगप्पा के बस ड्राइवर पिता ने कहा, "हमने कभी नहीं सोचा था कि वह नौकरी करने के साथ इतनी अच्छी तरह से पढ़ाई भी कर रहा है। पैसे की कमी के हम उसकी मदद नहीं कर पाए, इसके बावजूद उसने एक उपलब्धि हासिल की। मुझे बेटे पर गर्व है। मैं एक खेत में काम करता हूं और परिवहन निगम की बस चलाता हूं।"
सिद्दालिंगप्पा ने बीई (इलेक्ट्रॉनिक्स) पूरा किया है और बेंगलुरु में एक निजी कंपनी में काम कर रहे हैं। उनकी शादी पिछले साल हुई थी, वह बेंगलुरु में रहते हैं।
विजयपुरा के यालागोरेशा अर्जुन नायक ने 809वीं रैंक हासिल की है। वह मुद्देबिहाल तालुक में सरौरा के पास टांडा के रहने वाले हैं। उनके दिवंगत पिता एलआईसी एजेंट के रूप में काम करते थे और मां गृहिणी हैं। उसके दो भाई, तीन बहनें हैं।
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