एरनाकुलम सिटी पुलिस ने एक शख्स को अपनी इकलौती नाबालिग बेटी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए शख्स की पहचान सानू मोहन के तौर पर हुई है जो एरनाकुलम शहर का रहने वाला है. 13 साल की वायगा की लाश 22 मार्च को कोची की मुत्तार नदी में पाई गई थी. पुलिस ने तहकीकात की तो पता चला कि वायगा को आखिरी बार सानू के साथ देखा गया था. सानू अपनी पत्नी के घर जाकर बच्ची वायगा को इस बहाने से साथ ले लिया कि वो एक रिश्तेदार से मिलने जा रहा है. सानू की पत्नी और बेटी अलग घर में रहते थे. पुलिस को पहले संदेह हुआ कि सानू ने बच्ची को नदी में धक्का देकर खुद भी पानी में कूद कर खुदकुशी कर ली होगी. इसके लिए नदी में सर्च ऑपरेशन भी चलाया गया. पुलिस को जांच के दौरान इनपुट मिले कि सानू बच्ची को धक्का देने के बाद खुद नदी में नहीं कूदा था.
आखिर पुलिस को रविवार, 18 अप्रैल को सानू को कर्नाटक के करवार से गिरफ्तार करने में कामयाबी मिली. पुलिस के मुताबिक सानू ने अपराध कबूल कर लिया है. सानू का कहना था कि वो भारी आर्थिक संकट में था और उस पर कई लोगों का कर्ज चढ़ा हुआ था. कोची पुलिस कमिश्नर सी नागाराजू के मुताबिक सानू ने पुलिस को बताया कि इसी दबाव में वो अपनी बेटी की हत्या के बाद खुद भी जान देना चाहता था. लेकिन बच्ची को नदी में धक्का देने के बाद उसकी खुद कूदने की हिम्मत नहीं हुई और वो अपनी कार से पहले तमिलनाडु और फिर कर्नाटक भाग गया. पुलिस को सानू के बयानों में विरोधाभास नजर आया.
नागाराजू ने कहा कि यह अचानक भावावेश में आकर किया गया अपराध नहीं है. ऐसे पर्याप्त सबूत हैं कि इस हत्या की प्लानिंग काफी पहले से ही तैयार की गई थी. आरोपी ने ये सुनिश्चित किया कि उसका कोई डिजिटल फुटप्रिंट मौजूद ना रहे. आरोपी तमिलनाडु में अपनी कार बेचकर पब्लिक ट्रांसपोर्ट से यात्रा करता रहा. नागाराजू के मुताबिक पुलिस की ओर से इस मामले में अब भी कई कड़ियों को जोड़े जाना बाकी है. सानू मोहन को पुलिस पहले पूकाट्टुपाडी में उसके फ्लैट पर ले गई. फिर मुत्तार नदी में जहां वायगा की लाश पाई गई थी वहां भी सानू को ले जाया गया. जांच टीम इस मामले में सानू की पत्नी का बयान भी रिकॉर्ड करेगी.