संभल। दस बीघे जमीन के लिए पिता और भाई ने ही युवक की जान ले ली। दोनों ने साजिश रचकर उसकी हत्या कर दी। इस हत्या को हादसे का रूप देने के लिए सुपारी दी गई और लाश को नहर की पुलिया के पास फेंक दिया। ऐंचोड़ा कंबोह थाना क्षेत्र के गांव रसूलपुर मढ़ावली में 12 जून को असमोली के गांव चंदवार निवासी रविंद्र (22) पुत्र विजय का शव नहर किनारे चोटिल हालत में मिला था। युवक 11 जून की शाम घर से निकला था। हत्या को हादसा दिखाने के लिए बाइक लाश से कुछ दूरी पर फेंकी गई थी लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाने की पुष्टि हुई और पुलिस की गहन छानबीन शुरू कर दी। गुरुवार को एएसपी कार्यालय में पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्र ने वारदात का खुलासा करते हुए बताया कि मृतक के आरोपी पिता विजय के अनुसार रविंद्र शराब पीने का आदी था। रविंद्र और उसकी पत्नी अनीता गलत व्यवहार करते थे। अपने हिस्से की 10 बीघे कृषि भूमि मांग रहे थे। इस भूमि को रविंद्र बेचने की बात कहता था। इसी बात को लेकर अक्सर विवाद होता था।
आरोपी ने बताया कि जमीन मांगने और विवाद करने को लेकर छोटे बेटे गजेंद्र के साथ मिलकर रविंद्र की हत्या की साजिश रची। अमरोहा के थाना रहरा के गांव पौरारा निवासी साथी नेतराम से हत्यारे का इंतजाम कराने की बात कही।
नेतराम ने अमरोहा के थाना हसनपुर के मोहल्ला होली वाला हिरनवाला निवासी नारायन और राजीव से कराई। दो लाख की सुपारी में रविंद्र की हत्या तय हुई। 25 हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर भी कर दिए। विजय ने पुलिस को बताया कि किसी को शक न हो इसके लिए उसने अपने पड़ोस गांव मनोटा निवासी धर्मपाल से कहा कि रविंद्र को विश्वास में ले और शराब पिलाए। इसका खर्च विजय देगा।
इस साजिश के तहत 11 जून की रात को रविंद्र की गला दबाकर हत्या कर दी गई और मुंह को ईंट से कुचल दिया। हत्या को हादसे का रूप देने के लिए शव को गांव मढ़ावली रसूलपुर में नहर की पुलिया के पास फेंक दिया। बाइक भी कुछ दूरी पर फेंक दी जिससे हत्या हादसा लगे। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपी पिता विजय, उसके बेटे गजेंद्र, धर्मपाल, नेतराम, नारायन और राजीव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जिन्हें न्यायालय में पेश किया गया। जहां से जेल भेज दिया गया है।
संभल। कलयुगी पिता विजय ने दस बीघा जमीन के लालच में अपने बड़े बेटे रविंद्र को मौत के घाट उतरवा दिया। रविंद्र के हिस्से जो जमीन आ रही थी, उसे वह मांग रहा था और बेचने की बात कर रहा था लेकिन विजय ऐसा नहीं होने देना चाहता था। उनकी मंशा थी कि सारी जमीन छोटे बेटे गजेंद्र के नाम कर दे। विजय ने इसके लिए गजेंद्र से बात भी तय कर ली लेकिन यह बात रविंद्र की पत्नी को पता चल गई। जिसके बाद रविंद्र ने जमीन मांगने का दबाव और बढ़ा दिया। फिर विजय ने गजेंद्र के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची और हत्या करा दी। दस महीने की पोती और बहू पर भी तरस नहीं खाया। रविंद्र की शादी तीन वर्ष पहले ही हुई थी।
ऐंचोड़ा कंबोह थाना क्षेत्र में मिले युवक के शव की घटना का खुलासा हो गया है। विवेचना में मृतक रविंद्र के पिता और उसका छोटा भाई ही दोषी निकले। अन्य लोगों की मदद से रविंद्र की हत्या करवा दी गई। आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया। यहां से जेल भेज दिया गया है। -चक्रेश मिश्र, पुलिस अधीक्षक, संभल