पंजाब। भाकियू (एकता-उग्राहां) और भाकियू डकौंदा (धनेर) ने पंजाब भर में 7 स्थानों पर दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक ट्रेनों को रोकने का निर्णय लिया है। संगठनों के अध्यक्ष जोगिंद्र सिंह उगराहां और मंजीत सिंह धनेर ने संयुक्त बयान जारी करके कहा कि रेल जाम विरोध प्रदर्शन के दौरान किसानों की ज्वलंत मांगों पर पूरा जोर दिया जाएगा। 16 फरवरी को सर्व भारती संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर देशभर में ग्रामीण भारत बंद लागू करने की जोरदार तैयारी की जा रही है।
वही शंभू बॉर्डर पर किसानों ने आगे बढ़ने के लिए बड़ी तैयारियां कर ली हैं। आंसू गैस का असर कम करने के लिए किसान चेहरे पर मुल्तानी मिट्टी लगा रहे हैं। कई किसानों ने बॉडी प्रोटेक्टर भी पहने हैं। इसके अलावा हाईवे पर बोरियों को गीला कर रखा गया है, ताकि आंसू गैस के गोलों से निकलने वाले धुएं का प्रभाव तुरंत कम किया जा सके।
किसानों ने पुलिस की तरफ से बरसाए जा रहे आंसू गैस के गोलों से निपटने के लिए खेतों में कीटनाशक दवाई छिड़कने वाली स्प्रे मशीने मंगाई हैं। बताया जाता है कि आंसू गैस के गोलों पर अगर तुरंत पानी डाल दिया जाए तो वो उतने प्रभावी नहीं रह जाते हैं। जो ट्रैक्टर सबसे आगे चलने हैं, उनके सामने लोहे की चादर लगा दी गई और उन्हें गीली बोरियों से ढक दिया गया। किसान धुएं से बचने के लिए बड़े पंखे लाए हैं। पुलिस की तरफ से निगरानी और आंसू गैस के गोले छोड़ने के लिए भेजे जा रहे ड्रोन रोकने के लिए किसानों द्वारा पतंग उड़ाई जा रही है।