यूपी। कहते हैं प्यार हर सीमा और बंधन से परे हैं. इस बात को एक बार फिर यूपी के शाहजहांपुर के रहने वाले सुखजीत ने साबित कर दिया. सुखजीत चार साल पहले दक्षिण कोरिया काम करने गया था. कॉफी शॉप पर नौकरी के दौरान उसे एक लड़की से प्यार हो गया. फिर चार महीने में युवक ने दक्षिण कोरिया की भाषा सीख ली. 4 साल बाद अब दोनों शादी के बंधन में बंध गए हैं. दोनों की लव स्टोरी काफी दिलचस्प है.
जानकारी के मुताबिक, दक्षिण कोरिया की किम-बोह-नी शुक्रवार को पुवायां तहसील के गांव उदना के रहने वाले सुखजीत सिंह की दुल्हन बन गई. सुखजीत के पिता बलदेव सिंह किसान हैं. मां हरजिंदर कौर ग्रहणी है. सुखजीत का छोटा भाई जगजीत सिंह, जो खेती के काम में पिता का हाथ बटाता है. 28 साल का सुखजीत सिंह 4 साल पहले काम की तलाश में दक्षिण कोरिया गया था. वो बुसान के एक कॉफी शॉप में काम करने लगा. वहीं, देगू की 30 साल की किम-बोह-नी बिलिंग सेक्शन में काम करती थी. सुखजीत बताता है कि काम करने के दौरान दोनों में प्यार हो गया. मगर, उनके और किम के बीच भाषा की दिक्कत थी. फिर उसने दो-चार महीने में वहां की भाषा सीख ली. इसके बाद परिजनों की अनुमति से 4 साल लिव-इग रिलेशन में रहने लगा.
इसके बाद दोनों ने शादी करने का फैसला किया. 4 महीने पहले वो घर लौट आया. उधर, दो महीने पहले किम भी अपने दिल्ली के दोस्त के साथ 3 माह के टूरिस्ट वीजा पर दिल्ली पहुंची. इसके बाद वहां से शाहजहांपुर आ गई. 18 अगस्त को पुवायां के गुरुद्वारा नानक बाग में दोनों शादी के बंधन में बंध गए. सुखजीत ने आगे बताया कि उनकी पत्नी किम को भारत की ओर से 5 वर्ष का वीजा मिला है. सुखजीत ने बताया कि उसकी पत्नी 3 माह के लिए भारत आई है. गांव उदना में रहते उसे 2 महीने पूरे हो चुके हैं. अब शादी हो गई है, तो 1 महीने अभी उदना में ही रहने का प्लान है. इसके बाद वो दक्षिण कोरिया लौट जाएगी. फिर वो दोबारा भारत आएगी. बाद में हम दोनों दक्षिण कोरिया जाएंगे और आगे का प्लान भी दक्षिण कोरिया में ही बसने का है.