तमिलनाडु। धर्मपुरी जिले के पलाकोड के किसान एक जंगली हाथी द्वारा फसल को हुए भारी नुकसान के खिलाफ विरोध कर रहे हैं, जिसने हाल ही में एक घरेलू गाय को भी मार डाला है। वन विभाग के सूत्रों ने कहा कि वे हाथी पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं और यदि आवश्यक हुआ तो कार्रवाई करेंगे।
पालाकोड के किसान बालमुरुगन के अनुसार, हाथी ने उनकी लगभग एक एकड़ कृषि भूमि को रौंद डाला और धान की फसल को नष्ट कर दिया, जिसकी कटाई होने वाली थी। किसानों के मुताबिक, हाथी जनवरी 2023 से पिछले दो महीनों से वन क्षेत्र में मानव बस्ती के करीब रह रहा था और उसके साथ एक 'मखना' भी था। हालांकि वन विभाग के अधिकारियों ने मखना को शांत कर दिया है और इसे दूसरी जगह ले गए, लेकिन अकेला हाथी अभी भी पलाकोडे गांव के पास है। वह धान और केले के बागानों को नष्ट कर रहा है।
केले के बागान वाले किसान एम. मुरुगन ने आईएएनएस को बताया कि वह सो नहीं पा रहा है और अपने खेतों से हाथी को भगाने के लिए जाग रहा है। वन विभाग ने हालांकि कहा कि अभी तक इस हाथी के कारण कोई समस्या नहीं हुई है और गाय की मौत अनजाने में हुई है। जबकि किसानों का कहना है कि हाथियों के झुंड के कृषि भूमि के पास आने से उन्हें समस्या नहीं। हाथी उनकी फसलों को नष्ट कर देंगे और मनुष्यों पर हमला करेंगे।