नोएडा में हुए कमल शर्मा हत्याकांड को अंजाम देने के लिए यूट्यूबर और मुख्य आरोपी निजामुल खान ने 5 हजार रुपये में तमंचा खरीदा था। हालांकि, आरोपी ने पुलिस को उस व्यक्ति का पता नहीं बताया है, जिससे उसने तमंचा खरीदा था। पुलिस ने मंगलवार को तीनों आरोपियों को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया।
एलिवेटेड रोड से इस्कॉन मंदिर की तरफ उतरते समय 28 अक्टूबर की रात बाइक सवार 26 वर्षीय कमल शर्मा की कमर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वह ड्यूटी खत्म करके बाइक से अपने घर सेक्टर-31 निठारी जा रहा था। इस मामले में सेक्टर-24 थाना पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया था।
पुलिस ने इस मामले में सेक्टर-53 गिझौड़ निवासी मुख्य आरोपी और मृतक की बहन के प्रेमी यूट्यूबर निजामुल सहित उसके दोस्त अमित गुप्ता और सुमित शर्मा को गिरफ्तार किया था। पुलिस पूछताछ में मुख्य आरोपी निजामुल ने बताया कि कमल की हत्या करने के लिए उसने पंडित नाम के व्यक्ति से तमंचा खरीदा था। जब पुलिस ने उससे पंडित के पते के बारे में पूछा तो उसने कुछ नहीं बताया। आरोपी ने कहा कि उसे पंडित के एड्रेस के बारे में नहीं पता है।
निजामुल और मृतक की बहन के कॉल रिकॉर्ड खंगाल रही पुलिस
पुलिस इस हत्याकांड में मृतक की बहन की संलिप्तता के बारे में पता लगाने के लिए लड़की और मुख्य आरोपी निजामुल के कॉल रिकॉर्ड खंगाल रही है। हालांकि, पुलिस के पास अभी पुख्ता सबूत नहीं है। इसलिए पुलिस अधिकारी मामले में अधिकारिक तौर पर भी कुछ बोलने से बच रहे हैं।
पुलिस पूछताछ में आरोपी निजामुल ने खुलासा किया है कि कमल की हत्या की साजिश के बारे में उसकी बहन को भी जानकारी थी। हालांकि, पुलिस का मानना है कि आरोपी पुलिस को गुमराह करने के लिए बार-बार बयान बदल रहा है। फिर भी पुलिस अपने स्तर पर हत्याकांड में मृतक की बहन की भूमिका का पता लगा रही है।
डिजिटल सबूत खंगाल रही पुलिस
आरोपी निजामुल के खुलासे के बाद पुलिस हत्याकांड में मृतक की बहन की संलिप्तता का पता लगाने के लिए डिजिटल सबूत खंगाल रही है। इसके तहत पुलिस दोनों के मोबाइल के कॉल रिकॉर्ड सहित सीडीआर के माध्यम से दोनों के बीच हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग खंगाल रही है।
मोबाइल फोन फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा
पुलिस का मानना है कि मृतक की बहन और आरोपी निजामुल मोबाइल पर लगातार बातचीत कर रहे थे। सीडीआर की मदद से पिछले एक महीने में दोनों के बीच हुई बातचीत का पता लगाया जा रहा है ताकि स्थिति स्पष्ट हो सके। पुलिस ने निजामुल का मोबाइल भी फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है।
''वारदात में मृतक की बहन की संलिप्तता को लेकर जांच की जा रही है। पुलिस डिजिटल सबूतों को खंगाल रही है। हालांकि, अभी तक कोई पुख्ता सबूत नहीं मिला है। यदि सबूत मिलते हैं तो आगे की कार्रवाई की जाएगी।'' -रणविजय सिंह, एडीसीपी