मथुरा. करीब चार दशक पूर्व एशियाई चैंपियनशिप के कुश्ती मुकाबलों में रजत पदक प्राप्त करने वाले हाथरस के पहलवान कुंवरपाल सिंह की मौत शक्तिवर्धक दवा की अत्यधिक मात्रा लेने के कारण हो गई. यह जानकारी मंगलवार को एसपी (शहर) उदय शंकर सिंह ने विसरा की जांच रिपोर्ट आने के बाद दी है. उन्होंने बताया कि कुंवरपाल 30 अक्टूबर को अपने बेटे के साथ ससुराल राया के नुनेरा गांव गए थे. उनका पुत्र उसी दिन हाथरस लौट गया था, लेकिन कुंवरपाल सिंह वृंदावन की घोड़ा वाली बगीची में रात में रुकने के लिए चले गए थे. उसके बाद उन्हें अगली सुबह बरसाना क्षेत्र के रहेड़ा गांव में रहने वाले अपने गुरु भाई महावीर से मिलने जाना था. लेकिन, वह वहां नहीं पहुंचे और उससे पूर्व ही उनका शव थाना गोविंद नगर क्षेत्र के बाईपास लिंक रोड पर शराब के ठेके के सामने पड़ा मिला था.'
एसपी सिटी उदय शंकर सिंह ने बताया, 'पुलिस को इस मामले की जांच में पता चला कि कुंवरपाल के वृन्दावन की घोड़ा वाली बगीची में रहने वाली एक महिला के साथ 20 वर्ष से प्रेम संबंध थे. दरअसल, वह उस दिन उसी महिला से मिलने वृन्दावन आए थे. उस महिला से जब कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने पुलिस को बताया कि उस रात कुंवरपाल ने कोई शक्तिवर्धक दवा खाई थी, जिसकी मात्रा अधिक हो गई.'
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पूछताछ में महिला ने खुलासा किया कि रात में जब कुंवरपाल की हालत बिगड़ी, तब बगीची में ही रहने वाले एक बाबा के साथ उन्हें लेकर वृन्दावन के सरकारी अस्पताल पहुंची थी, जहां से उन्हें एक निजी अस्पताल ले जाया गया. वहां चिकित्सकों ने कुंवरपाल को मृत घोषित कर दिया. एसपी सिटी ने बताया कि महिला ने वृन्दावन लौटने से पूर्व कुंवरपाल का शव मसानी क्षेत्र में शराब के ठेके के सामने फेंक दिया. महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है.