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चर्चित सांप पकड़ने वाले वावा सुरेश को कोबरा ने काटा, हजारों सांपों को बचाने वाले इंडियन स्नेक मास्टर कहलाते है

jantaserishta.com
1 Feb 2022 3:10 AM GMT
चर्चित सांप पकड़ने वाले वावा सुरेश को कोबरा ने काटा, हजारों सांपों को बचाने वाले इंडियन स्नेक मास्टर कहलाते है
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जानें इनके बारे में...

तिरुवंतपुरम: केरल का रहने वाला सुरेश इस खुद जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है। 48 वर्षीय इस शख्स को कोबरा सांप ने डस लिया था, जिसके बाद सुरेश को गंभीर हालत में कोट्टायम मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया है। इस वक्त सुरेश अपने जीवन के लिए संघर्ष कर रहा है। आप सोच रहे होंगे कि सांप द्वारा काटे जाने वाला सुरेश कोई अभिनेता या राजनेता नहीं है तो राज्यभर के लोग उसके लिए प्रार्थनाएं क्यों कर रहे हैं? 250 से अधिक बार सांपों द्वारा काटे जाने के बाद सुरेश की अपने काम के प्रति लगन कम नहीं हुई है। प्रिंस चार्ल्स भी सुरेश से मिल चुके हैं। अब तक 50 हजार से ज्यादा जहरीले और खतरनाक सांपों को रेस्क्यू कर चुका सुरेश राज्य के लिए खास से भी बढ़कर है।

50 हजार से ज्यादा जहरीले सांपों को रेस्क्यू कर चुका 48 वर्षीय सुरेश इस वक्त कोट्टायम मेडिकल कॉलेज में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है। पूरा राज्य सुरेश के जीवन के लिए प्रार्थना कर रहा है। राज्य सरकार भी सुरेश की मदद के लिए आगे आई है। सरकार का कहना है कि उसे बेहतर इलाज दिया जाएगा। राज्य के सहकारिता मंत्री वीएन वासवन ने अस्पताल जाकर सुरेश का हाल जाना। उन्होंने कहा, "वह वेंटिलेटर पर है और डॉक्टरों का कहना है कि वह अभी खतरे से बाहर नहीं आया है। हमें यकीन है कि वह पहले की घटनाओं की तरह वापसी करेगा। सरकार उसे सर्वोत्तम उपचार देगी।" राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा है कि उनके स्वास्थ्य की निगरानी के लिए डॉक्टरों की एक विशेष टीम बनाई जाएगी।
क्या हुआ था सुरेश के साथ
कोट्टायम के कुरिचि में ग्रामीणों का कहना है कि बीती रोज गांव में 10 फुट लंबा कोबरा देखा गया था, जिसके बाद सुरेश को मौके पर बुलाया गया। लंबे रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सुरेश ने कोबरा पर काबू पा लिया था और उसे बोरे में डाल दिया था, लेकिन बोरा बंद करने के दौरान कोबरा किसी तरह बाहर निकल गया और सांप ने सुरेश के घुटने पर डस लिया। लेकिन किसी तरह सुरेश और टीम ने कोबरा को बोरे में बंद करने में कामयाबी हासिल कर ली। लेकिन सुरेश को तत्काल प्रभाव से अस्पताल ले जाया गया। वह बेहोशी की हालात में अस्पताल पहुंचा।
उस दिन अस्पताल से हुआ था डिस्चार्ज
सुरेश के दोस्तों ने बताया कि वह पिछले सप्ताह एक सड़क दुर्घटना के बाद सोमवार सुबह ही अस्पताल से डिस्चार्ज हुआ था। जिसके बाद एक कोबरा सांप को रेस्क्यू करने के लिए वह राजधानी तिरुवंतपुरम से 150 किलोमीटर दूर कोट्टायम पहुंचा था, जहां उसके साथ ये हादसा हुआ। सुरेश के दोस्तों ने बताया कि सभी लोग उसके एक बार फिर सकुशल वापसी के लिए प्रार्थनाएं कर रहे हैं।
250 से अधिक सांप काट चुके हैं
पिछले दो दशकों से अधिक समय से सुरेश 50 हजार सांपों को रेस्क्यू कर चुका है। ग्रामीण कहते हैं कि एक कॉल पर सुरेश उनकी मदद के लिए पहुंच जाता है। सुरेश को वन विभाग द्वारा नौकरी की पेशकश की गई थी, लेकिन उन्होंने यह कहते हुए नौकरी ठुकरा दी थी कि वह अपने पहले प्यार(सांपों को रेस्क्यू) के लिए ऐसा नहीं कर पाएंगे। हाल ही में उन्हें उथरा सांप के काटने के मामले में गवाह बनाया गया था जिसमें एक शख्स ने दक्षिण केरल के कोल्लम में सोते समय अपनी पत्नी को सांप से कटवाया था। हिंदुस्तान टाइम्स के साथ एक साक्षात्कार में सुरेश ने एक बार कहा था कि उन्हें 250 से अधिक सांपों ने काटा है लेकिन अभी भी वह अपने सांप दोस्तों को बचाना पसंद करते हैं।
प्रिंस चार्ल्स ने भी की थी मुलाकात
2013 में जब प्रिंस चार्ल्स ने राज्य का दौरा किया था तो उन्होंने सुरेश से मिलने की इच्छा व्यक्त की थी। प्रिंस चार्ल्स ने सुरेश से मिलने के बाद कहा था कि आपने 175 से अधिक किंग कोबरा को बचाया, जो पृथ्वी पर सबसे जहरीले सांपों में से एक हैं। किंग कोबरा के काटने से एक घंटे में हाथी की भी मौत हो जाती है। आपने इतने सारे किंग कोबरा को कैसे बचाया? आप एक जीवित आश्चर्य हैं और मैं आपके सरीसृप मित्रों के लिए आपके प्यार को सलाम करता हूं।
हाथ काम करना कर चुके हैं बंद
डॉक्टरों ने सुरेश को कई बार चेतावनी दी है कि सांपों के काटने के कारण उनके शरीर पर विष-विरोधी का बहुत कम प्रभाव पड़ता है। 2005 में एक कोबरा के काटने के बाद उन्होंने अपनी दाहिनी तर्जनी खो दी और एक और काटने के बाद सुरेश की दाहिनी कलाई ने काम करना बंद कर दिया था। सांप के जहर के कारण सुरेश का लीवर खराब हो गया था


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