4 गिरफ्तार: फर्जी सिम कार्ड रैकेट का भंडाफोड़, साइबर अपराधियों को 4000 SIM Card बेचे
भुवनेश्वर: ओडिशा की क्योंझर जिला पुलिस ने चार लोगों की गिरफ्तारी के साथ फर्जी सिम कार्ड रैकेट का भंडाफोड़ करने का दावा किया है। बुधवार को गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी क्योंझर जिले के घासीपुरा और रामचंद्रपुर इलाके के अलग-अलग स्थानों के रहने वाले हैं। पुलिस ने उनके कब्जे से 538 सिम कार्ड, 18 मोबाइल …
भुवनेश्वर: ओडिशा की क्योंझर जिला पुलिस ने चार लोगों की गिरफ्तारी के साथ फर्जी सिम कार्ड रैकेट का भंडाफोड़ करने का दावा किया है।
बुधवार को गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी क्योंझर जिले के घासीपुरा और रामचंद्रपुर इलाके के अलग-अलग स्थानों के रहने वाले हैं। पुलिस ने उनके कब्जे से 538 सिम कार्ड, 18 मोबाइल फोन, 5 बायोमेट्रिक स्कैनर, बैंक पासबुक, एटीएम कार्ड, पहचान पत्र और अन्य आपत्तिजनक सामग्री जब्त की है।
क्योंझर पुलिस ने जांच के दौरान पता लगाया कि आरोपी खुद को एयरटेल और जियो के पीओएस (प्वाइंट ऑफ सेल) एजेंट के रूप में पेश कर रहे थे। वे क्योंझर जिले के लोगों के नाम पर कई सिम कार्ड एक्टिव कर रहे थे। बाद में उन्होंने इन फर्जी सिम कार्डों को देश भर के साइबर जालसाजों को बेच दिया।
क्योंझर जिले के एसपी कुसालकर नितिन डी. ने कहा, "हमें साइबर अपराध के एक मामले में घासीपुरा से एक सिम कार्ड की संलिप्तता के संबंध में महाराष्ट्र पुलिस से एक अनुरोध प्राप्त हुआ। सूचना के आधार पर मामले में आगे की जांच के बाद साइबर अपराध और आर्थिक अपराध पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया। जांच के दौरान पता चला कि उन्होंने राजस्थान, झारखंड, पश्चिम बंगाल, बिहार में साइबर अपराधियों को करीब 4000 सिम कार्ड बेचे हैं। वे प्रति सिम कार्ड 500 रुपये से 1000 रुपये तक चार्ज करते थे।"
पुलिस को अब तक देश भर के विभिन्न क्षेत्रों में दर्ज 300 से अधिक एफआईआर के रिकॉर्ड मिले हैं। साइबर अपराधियों ने सिम कार्ड का उपयोग कर कई भोले-भाले पीड़ितों से उनकी मेहनत की कमाई ठग ली।
पुलिस सूत्रों ने कहा कि ऐसी ही एक एफआईआर में महाराष्ट्र में एक पीड़ित को ब्याज मुक्त कर्ज का वादा करने वाले एक प्रतिष्ठित बैंक से होने का दावा करने वाले कॉल करने वालों ने धोखा दिया था। एक अन्य मामले में, तेलंगाना के एक पीड़ित को एक इलेक्ट्रिक बाइक कंपनी से छूट पर ई-बाइक की पेशकश करने का दावा करने वाले कॉल करने वालों ने धोखा दिया था।