फर्जी लोन एप्स और वेबसाइट पर जल्द लगेगा विराम, हजारों लोगों के खातों से रोज उड़ाई जा रही रकम
मेरठ: साइबर अपराध एकाएक वेस्ट यूपी में बढ़ गया हैं। साइबर अपराध रोकने के लिए पश्चिमी यूपी में एक भी थाना नहीं हैं। साइबर अपराधी लगातार इन अपराधों को ंअंजाम देने में लगे हैं। एक्सपर्ट टीम भी इसमें नहीं लगाई गयी हैं, जो थाने के सिपाही है, उनसे ही काम लिया जा रहा है।
ऐसे कैसे साइबर अपराध पर रुकेगा, यह बड़ा सवाल हैं। हर रोज पश्चिमी यूपी में पांच सौ से ज्यादा का आंकड़ा पार हो रहा हैं। इतनी बड़ी तादाद में लोग साइबर ठगी के शिकार हो रहे हैं। बिहार और अन्य राज्यों में साइबर ठग आॅनलाइन बैठकर लोगों को ठग रहे हैं, लेकिन इस पर किसी तरह का अंकुश पुलिस नहीं लगा पा रही हैं।
आधुनिकता के इस दौर में साइबर अपराधी करोड़ों मोबाइल यूजर्स पर दिनों दिन हावी होते नजर आ रहे हैं। ये अपराधी फर्जी एप, वेबसाइट, फर्जी सर्विस वेबसाइट,टोल फ्री नंबर के माध्यम से रोज हजारों लोगों को चूना लगाकर उनके एकांउट खाली करने में जुटे हैं। लेकिन साइबर पुलिस ने इन फर्जी एप्स लोन व वेबसाइट पर पूर्णत: विराम लगाने की तैयारी कर ली है।
यूपी पुलिस मुख्यालय में भारत के गूगल नोडल अधिकारियों, साइबर एक्सपर्ट सहित सभी जिलों के पुलिस साइबर नोडल अधिकारियों की एक बैठक में निर्णय लिया गया कि जल्दी ही गूगल पर फर्जी ऐप लोन व वेबसाइट पर विराम लगाकर लोगों को धोखाधड़ी से बचाया जायेगा। इसके लिए गूगल को मेल कर सूचित किया गया है। जल्दी ही गूगल इन साइटों पर अंकुश लगाने की तैयारी में है। यूपी सहित पूरे भारत में साइबर अपराध के आंकड़े बढ़ते जा रहे हैं।
मोबाइल यूजर्स को साइबर अपराधी फर्जी एप्स से लोन देने, सामान ढोने वाली सर्विस कंपनी, फर्जी वेबसाइट के जरिए उन्हें धोखे से उनके खातों से रोज लाखों रुपये का चूना लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे। गूगल पर चलने वाले तमाम फर्जी लोन एप्स व वेबसाइट पर पूर्णत: विराम लगाने के लिए यूपी पुलिस मुख्यालय लखनऊ में पांच जनवरी को पहली बार एक कार्यशाला आयोजित की गई।
जिसमें यूपी के 75 जिलों से पुलिस साइबर सैल के नोडल अधिकारियों ने शिरकत की। गूगल के उत्तरी भारत नोडल प्रदीप कुमार, पूर्वी भारत के अभिषेक कुमार, गूगल के राष्टÑीय हैड राहुल धीमन सहित, राष्टÑीय स्तर के साइबर एक्सपर्ट रक्षित टंडन अमित दूबे ने साइबर क्राइम पर रोक लगाने के लिए चर्चा की। मेरठ जिले के नोडल अधिकारी आर पी शाही व साइबर प्रभारी सुबोध कुमार सक्सैना बैठक में शामिल हुए।
अंतरिम रुप से निर्णय हुआ कि गूगल पर चलने वाले सभी फर्जी एप वेबसाइट को बंद कराया जायेगा। इसके लिए गूगल नोडल अधिकारियों ने गूगल को मेल कर इन एप्स को बंद करने के लिए कहा है। इन फर्जी वेबसाइट बंद होने के लिए साइबर पुलिस को गूगल के जवाब का इंतजार है।
केस-1
लोन ऐप्स बजाज फाइनसर्व ने जयभीम नगर निवासी शुगर मिल कर्मचारी राहुल से चार जनवरी को पैंसठ हजार रुपये ठग लिए। राहुल ने गलती से एक बजाज फाइनसर्व एप पर लोन के लिए एप्लाई किया था। उससे बकायदा आधार कार्ड पैन कार्ड खाता बुक मंगाकर उससे धोखे से 65 हजार रुपये ठग लिए।
केस-2
पल्लवपुरम निवासी अक्षय भाटी के मोबाइल फोन पर एक व्यक्ति ने फोन कर उससे कहा कि आप मुझे जानते हो नहीं। राहुल ने कहा कि नहीं। उसने उधर से कहा कि मुझे पहचानो मेरी आवाज पहचानो। कई बार वह यही कहता रहा कि मुझे पहचानो मैं कोन हूँ। अक्षय ने जब कहा कि ऐसा लग रहा है कि आप वो बोल रहे हैं। इतना सुनते ही उसने कहा कि हां मैं वहीं बोल रहा हूँ। उसने बातो में बहकाकर धोखे से अक्षय के खाते से चालीस हजार रुपये ठग लिए। बाकायदा अपने एकाउंट से उसे विश्वास दिलाने के लिए कुछ पेमेन्ट भी किया। फिर इधर से अक्षय से रुपये ठग लिए।
केस-3
पिज्जा डिलीवरी ब्वाय बनकर ठगे हजारों रुपये। एक व्यक्ति ने कु छ दिन पहले बताया कि उसके घर पिज्जा लेकर एक डिलीवरी मैन आया और उससे कहा कि आपने पिज्जा मंगाया था। उसने कहा कि मैंने तो नहीं मंगाया। डिलीवरी मैन ने फोन निकालकर कहा कि अच्छा जो आर्डर है उस पर क्लिक करके मना कर दो। फोन पर क्लिक करते ही थोड़ी देर बाद उसके खाते से हजारों रुपये उड़ा लिये।
पुलिस मुख्यालय में साइबर अपराध पर अंकुश लगाने के लिए एक कार्यशाला आयोजित हुई थी जिसमे फर्जी एप्स साइट को बन्द कराने के लिए गूगल को मेल किया गया है। -अनित कुमार, एसपी क्राइम