भारत

दबोचा गया फर्जी लेफ्टिनेंट, हुआ ये खुलासा

jantaserishta.com
18 Sep 2022 3:46 AM GMT
दबोचा गया फर्जी लेफ्टिनेंट, हुआ ये खुलासा
x

न्यूज़ क्रेडिट: हिंदुस्तान

वह सेना की वर्दी में था। उसके पास से सेना की वर्दी, पहचान पत्र समेत काफी कागजात मिले हैं।
बरेली: बरेली कैंट इलाके में फर्जी लेफ्टिनेंट बनकर घूम रहे बिहार के प्रवीन कुमार को थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आर्मी इंटेलिजेंस समेत एजेंसियों ने उससे पूछताछ की। वह सेना की वर्दी में था। उसके पास से सेना की वर्दी, पहचान पत्र समेत काफी कागजात मिले हैं। थाना कैंट में आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। कोर्ट में पेश करने के बाद पुलिस ने उसे जेल भेज दिया।
इंस्पेक्टर कैंट बलवीर सिंह ने बताया कि बिहार में रोहतास जिले के शाहपुरा रोड का रहने वाला प्रवीन कुमार पुत्र सत्येंद्र कुमार बीए का छात्र है। वह सासाराम के एसपी जैन कॉलेज में पढ़ रहा है। उसने एनडीए की परीक्षा पास कर ली थी लेकिन इंटरव्यू नहीं निकाल पाया। इसके बाद से आर्मी लेफ्टिनेंट की वर्दी पहने घूम रहा था। कैंट में वीरांगना चौक के पास सेल्फी लेने के दौरान पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। थाना कैंट में उसके खिलाफ धोखाधड़ी और फर्जी तरीके से किसी अधिकारी का रूप धरने के आरोप में केस दर्ज किया गया है।
प्रवीण की जामा तलाशी के दौरान पुलिस ने अमेरिका का एक 20 डालर का नोट बरामद किया है। इसके अलावा उसके दो बैंक खाते हैं। उनकी भी डिटेल ली गई है। बैंक ऑफ बड़ौदा और यूनियन बैंक के खातों की जानकारी बिहार पुलिस को भी दी गई है। बैंक से उनकी डिटेल मांगी गई है।
जाट रेजीमेंट सेंटर में पिछले दिनों कैंट पुलिस ने अरुण खान और पाल सिंह को गिरफ्तार किया था। आर्मी इंटेलिजेंस ने उनके पास से फर्जी कागजात बरामद किए थे। इसके बाद अरुण खान के आईएसआई एजेंट होने के शक पर उसके मोबाइल की सीडीआर निकाली गई। इसमें अब आरोपी प्रवीण कुमार से उनका कनेक्शन निकाला जा रहा है। प्रवीण कुमार के मोबाइल की सीडीआर निकाली जा रही है। इसके जरिए अब तक भर्ती होने आए अभ्यर्थियों से उनके कनेक्शन भी तलाशे जा रहे हैं।
बिहार का फर्जी लेफ्टिनेंट अफसर जाट रेजीमेंट सेंटर में कोटा भर्ती में सेंधमारी की कोशिश कर रहा था। उसके पास से पुलिस ने काफी साक्ष्य बरामद किये है। उसके मोबाइल में कई फोटोग्राफ्स और कई दस्तावेजों के प्रमाण मिले हैं। इंटेलिजेंस एजेंसियों ने इस मामले में बिहार पुलिस से संपर्क किया है। आरोपी सेना भर्ती कराने के नाम पर अभ्यर्थियों से रुपये ऐंठने की कोशिश में था।
घर वालों को युवक ने किया गुमराह आर्मी के फर्जी लेफ्टिनेंट प्रवीन कुमार सिंह ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसने तीन साल पहले एनडीए की परीक्षा पास कर ली थी। लेकिन इंटरव्यू उसका नहीं हुआ। परिवार वालों से उसने यह बात छुपाई। ट्रेनिंग के नाम पर वर्दी पहन कर वह घर से निकल गया। उसके वर्दी वाले फोटो घर और परिवार व रिश्तेदारों के पास में हैं। वह वर्दी में घूमता था।
आर्मी एरिया में वर्दी में रहने से हवलदार सिपाही उसे सैल्यूट करते थे। एनडीए का कार्ड दिखाकर आर्मी मैस में खाना खाता था। इतना ही नहीं युवक ने दावा किया कि वह कैंटीन से शॉपिंग भी कर लेता था। घर में उसके पिता सत्येंद्र कुमार, मां संगीता देवी और एक छोटा भाई है। प्रवीन कुमार ने बताया कि उसने अपने घर वालों को बताया कि वह एनडीए पास कर चुका है। ट्रेनिंग कर रहा है। वह खर्च के लिए घर से 30 हजार हर महीने मंगाता था। उसने बताया था कि ट्रेनिंग के दौरान वेतन नहीं मिलता है।
Next Story