फर्जी IPS गिरफ्तार: व्यापारी से वसूले 16 लाख रुपए, इस तरह हुआ खुलासा
मुंबई: मुंबई पुलिस ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है जो नकली आईपीएस ऑफिसर बन कर बड़े-बड़े बिजनेसमैन को अगवा कर उससे पैसे वसूली करता था। ये शख्स बेंगलुरु का है इसने सूरत के एक बिजनेसमैन को अगवा कर उससे 16 लाख रुपए वसूले थे। मुंबई पुलिस के मुताबिक आरोपी ने बिजनेसमैन को तभी छोड़ा जब उसने उसे अपना महंगा स्मार्टफोन और 16 लाख रुपए उसे दिए।
Mumbai police arrested a fake IPS officer from Bangalore, who approached a Surat-based businessman to get his imported cloth cargo released at Mumbai Port & kidnapped him. Accused took businessman to Surat, where he extorted Rs 15 lakhs cash, iPhone & Apple watch: Mumbai Police pic.twitter.com/nOwSk9teKK
— ANI (@ANI) October 10, 2020
आरोपी की पहचान एसएस शर्मा के तौर पर हुई है। सूरत के इस बिजनेसमैन के द्वारा दर्ज किए गए शिकायत के मुताबिक शर्मा जो अपने आप को आईपीएस बताता था वह एक दिन उससे मिला। बिजनेसमैन उससे मुंबई बंदरगाह से कपड़ों का आयातित जहाज को निकलवाना चाहता था।
जब शिकायतकर्ता ने मुंबई में उससे मुलाकात की तब शर्मा ने उसे अगवा कर लिया और उसे सूरत ले गया। जब पीड़ित को शर्मा पर शक हुआ तो उसने मुंबई पुलिस से उसकी शिकायत कर दी जिसके बाद उसे बेंगलुरु से गिरफ्तार कर लिया गया है।
उसे आईपीसी की धारा 364 (ए), 342, 386, 170, 323, 504, 120 (बी) और 34 के तहत साथ ही आर्म्स एक्ट की धारा 3 व 25 के तहत केस दर्ज किया गया है। उसे पहले कोर्ट में पेश किया गया जहां से उसे 13 अक्टूबर तक पुलिस की हिरासत में भेजा गया है।
इस तरह पुलिस की गिरफ्त में आया फर्जी आईपीएस
आरोपी के फरार होते ही पीड़ित व्यापारी सूरत में शिकायत दर्ज कराने पहुंचा। वारदात की शुरुआत मुंबई से शुरू हुई थी इसलिए केस दर्जकर मुंबई क्राइम ब्रांच के एन्टी एक्सटॉर्शन सेल को जांच के लिए जिम्मेदारी सौंपी गई। आरोपी की सीसीटीवी फुटेज होटल से मिलने के बाद स्केच के सहारे आरोपी के मोबाइल फोन के लोकेशन को ट्रेस करने का काम किया गया। इस दौरान आरोपी के बड़ोदा में होने की जानकारी मिली, लेकिन जैसे ही क्राइम ब्रांच की टीम वहां पहुंची तो आरोपी सूरत आ गया। टीम सूरत पहुंची तो वहां से फिर उसका लोकेशन मुंबई महाराष्ट्र के रूट पर नजर आया। इसके बाद क्राइम ब्रांच उसका लगातार पीछा करती रही, लेकिन आरोपी के फ़ोन बंद कर लेने से उसे ट्रेस करना मुश्किल हो रहा था। ऐसे में क्राइम ब्रांच की टीम दोबारा मुंबई होते हुए कर्नाटक हुबली के रूट तक पहुंच गई। सबसे अहम बात यह है कि आरोपी जिस तरह के पैटर्न को अपना रहा था। उसके पहले ही कर्नाटक हुबली के हाईवे पर पुलिस उसका इंतजार कर रही थी। जैसे ही एक लग्जरी बस आई शक की बुनियाद पर उसको रोक कर पुलिस ने तलाशी ली तो फर्जी आईपीएस अधिकारी उनकी गिरफ्त में आ गया।