क्रिकेट प्रेमियों को बेच रहे थे IPL का फर्जी टिकट, छात्र नेता सहित 7 गिरफ्तार
कोलकाता। कोलकाता पुलिस के डिटेक्टिव डिपार्टमेंट ने कोलकाता में फर्जी आईपीएल टिकट रैकेट का भंडाफोड़ किया है. अधिकारियों ने कई जगहों पर छापेमारी कर रैकेट चलाने के आरोप में सात आरोपियों को पकड़ा है. पुलिस ने इसके मास्टरमाइंड विक्रम साहा को भी गिरफ्तार किया है. सूत्रों की मानें तो यह आरोपी टीएमसी का सक्रिय नेता और नादिया जिले में टीएमसी छात्रसंघ का पूर्व नगर अध्यक्ष है. पुलिस सूत्र का दावा है कि 24 अप्रैल को कोलकाता के मैदान पुलिस स्टेशन में सादिक अख्तर मंडल की शिकायत के आधार पर एक मामला दर्ज किया गया था, जिसमें कहा गया था कि उसने अपने दोस्तों के साथ एमडी स्पोर्टिंग क्लब के पास सीएसके बनाम केकेआर के बीच आईपीएल मैच के 5 टिकट खरीदे थे. आईपीएल का ये मैच 23 अप्रैल को ईडन गार्डन में आयोजित किया गया था.
शिकायतकर्ता ने यह भी आरोप लगाया कि जब वे क्रिकेट मैच देखने गए तो टिकट नकली होने के कारण उन्हें मैदान में एंट्री नहीं मिली. तब उन्हें अहसास हुआ कि टिकट बेचने वाले ने उनके साथ धोखा किया है. इसके बाद सादिक अख्तर ने कोलकाता के मैदान पुलिस थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराी. शिकायत के आधार पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर तत्काल जांच शुरू कर दी. बाद में इस मामले को कोलकाता पुलिस के जासूसी विभाग को सौंप दिया गया. जांच के दौरान जासूसी विभाग ने कुछ दिनों के भीतर उन सभी टिकट विक्रेताओं को ट्रैक कर लिया. सबसे पहले नारकेलडांगा मेन रोड नूरी मस्जिद की बेबी बेगम (46) नाम के एक व्यक्ति को उसके बेटे मोहम्मद वाशिम (29) के साथ गिरफ्तार किया गया. इन दोनों से पूछताछ के बाद इमाम बॉक्स लेन के दिलीप रॉय (60), सर सैयद अहमद रोड निवासी एखलाक अहमद (42) और न्यू मार्केट निवासी पप्पू कुमार महतो (33) को गिरफ्तार किया गया. उसके बाद दो मई को ताहेरपुर के रहने वाले मुख्य आरोपी विक्रम साहा (24) को गिरफ्तार किया गया. इन सबके बयानों के आधार पर अरिदम विश्वास नामा के एक और शख्स को बाद में पकड़ा गया.
सूत्र ने यह भी दावा किया है कि गिरफ्तार आरोपी विक्रम साहा पश्चिम बंगाल में नादिया जिले के ताहेरपुर शहर में तृणमूल कांग्रेस का सक्रिय नेता है. इससे पहले वह टीएमसी की छात्र इकाई तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद के शहर अध्यक्ष था. कोलकाता पुलिस ने छापेमारी कर नदिया जिले के ताहेरपुर से उसे गिरफ्तार किया.