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न्यूज़ क्रेडिट: आज तक
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गाजीपुर। उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने नकली नोट छापकर उसे बाजार में खपाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. इस गिरोह का मास्टरमाइंड सुरेश रजत अपने साथी के साथ फरार हो गया लेकिन शातिर किस्म के आधा दर्जन तस्करों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.पुलिस ने इन आरोपियों से 500 रुपए के 369, 200 रुपए की 01 और 100 रुपए के 261 नोट बरामद किए हैं जिसका कुल मूल्य 210800 रुपए है. पुलिस ने नकली नोट बनाने का प्रिंटर, नकली नोट बनाने में इस्तेमाल किए जाने वाले पेपर और एक नोट पर चिपकाने वाली चमकीली हरि पट्टी और 03 अन्य चीजों को भी जब्त किया है. एसपी गाजीपुर ओमवीर सिंह ने बरामद नकली नोटों और समान के साथ गिरफ्तार 6 अंतरराज्यीय नकली करेंसी नोट तस्करों को लेकर ये जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि स्थानीय कोतवाली पुलिस और स्वाट टीम की संयुक्त कार्रवाई में ये बड़ी बरामदगी हुई है. एसपी गाजीपुर ने बताया कि देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने वाले यह शातिर अपराधी पिछले कई दिनों से पुलिस के रडार पर थे और इनका नेटवर्क काफी लंबा होने की वजह से पुलिस उसे खंगाल रही थी. उन्होंने कहा कि शनिवार को इन्हें गाजीपुर पुलिस ने रंगे हाथों नकली नोटों के साथ गिरफ्तार कर लिया. नकली करेंसी नोटों की तस्करी और बनाने के आरोप में पुलिस ने विकास, संजय कुमार दुबे उर्फ पप्पू, अमर ज्योति मौर्या उर्फ छोटू, फिरोजशाह, नीरज सिंह और संतोष यादव उर्फ बबलू को गिरफ्तार किया है. ये सभी आरोपी गाजीपुर जिले के ही अलग-अलग इलाकों के रहने वाले हैं. हालांकि नकली नोट गैंग का सरगना सुरेश रजत अपने एक साथी के साथ फरार हो गया जिसके लिए पुलिस संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है. एसपी ने बताया कि नोट देखने में बिल्कुल असली की तरह हैं और इसी का फायदा उठाकर ये लोग भोलेभाले लोगों को ठगते थे.
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