भारत

कारोबारी का अपहरण करने वाले नकली CBI अफसर गिरफ्तार, पुलिस ने किया खुलासा

Nilmani Pal
15 Jun 2022 1:44 PM GMT
कारोबारी का अपहरण करने वाले नकली CBI अफसर गिरफ्तार, पुलिस ने किया खुलासा
x
खुलासा

गुजरात। बिटकॉइन (Bitcoin) में निवेश किए गए 10 करोड़ रुपए वसूलने के मकसद से एक शख्स का अपहरण करने वाले चार लोगों को सूरत क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार आरोपियों में से एक नकली CBI का ऑफिसर भी है, जो सीबीआई ऑफिसर की तरह ब्लेजर पहनकर अपहरण की घटना में शामिल था. पुलिस आरोपियों पर केस दर्ज कर कार्रवाई कर रही है. जानकारी के अनुसार, गुजरात में एक शख्स का नकली सीबीआई अफसर ने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर अपहरण कर लिया. इन आरोपियों का प्लान था कि वह अपहृत शख्स से बिटकॉइन में निवेश किए गए 10 करोड़ रुपए वसूल लें. सूरत पुलिस उनकी यह साजिश नाकाम कर दी. सूरत के पुलिस कमिश्नर अजय कुमार तोमर के मुताबिक, दीपक देवजी वघासिया टूर एंड ट्रैवल्स ऑनलाइन टिकट बुकिंग का काम करते हैं. उनकी सूरत के सरथाना जकात नाका के पास एक ऑफिस है. 10 मई को दोपहर में चार लोग उनके दफ्तर में आए. उनमें से एक ने खुद को सीबीआई ऑफिसर बताया. उसने दीपक से कहा कि तुम बिटकॉइन का धंधा करते हो? फर्जी स्कीम चलाते हो...?

धमकी देते हुए वे लोग दीपक को इनोवा कार में बैठाकर सूरत के एयरपोर्ट रोड के सामने स्थित राजहंस बेलिजा में ले गए. आरोपियों ने दीपक पर केस करने की भी धमकी दी. तब तक दीपक के अपहरण की खबर सूरत पुलिस को लग गई. सूरत पुलिस एक्टिव हुई तो अपहरणकर्ता दीपक को छोड़कर फरार हो गए. इसके बाद सूरत के सरथाना थाने में अपहरण का केस दर्ज किया गया.

सूरत के पुलिस कमिश्नर अजय कुमार तोमर ने मामले की जांच सूरत क्राइम ब्रांच को सौंपी. सूरत क्राइम ब्रांच ने मुंबई के अंधेरी स्थित सम्राट होटल के पास से चारों आरोपी भद्रेश रामजी सभाडिया, गुणवंत अरुण रणपरिया, बृजभान सिंह और बृजेश सिंह राणा को गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों को मुंबई से सूरत लाया गया. पूछताछ में पता चला कि चारों आरोपियों में से एक बृजेश सिंह खुद को सीबीआई अफसर बताता था. पुलिस ने उसके पास से सीबीआई ऑफिसर के फर्जी आईकार्ड, फर्जी आधार कार्ड, विजिटिंग कार्ड और फर्जी स्टांप बरामद किया है.

सूरत के पुलिस कमिश्नर अजय कुमार तोमर ने कहा कि टूर एंड ट्रेवल्स की ऑनलाइन टिकट बुकिंग का व्यवसाय करने वाले दीपक भाई और उनके साडू भाई विजय सभाडिया के बीच बिटकॉइन के लेनदेन को लेकर झगड़ा चल रहा था. विजय ने गुणवंत रणपरिया के परिचित मुंबई निवासी साहू के माध्यम से नकली सीबीआई ऑफिसर मुकेश यादव से संपर्क कर दीपक के अपहरण की साजिश रची. गिरफ्तार चारों आरोपियों में से गुणवंत रणपरिया पेशेवर अपराधी है, उसके खिलाफ अहमदाबाद के नवरंगपुरा पुलिस स्टेशन में फर्जी आरसी बुक बनाकर बैंक से लोन लेने की ठगी का मामला दर्ज है. इस मामले में उसकी पत्नी भी वांटेड है. गुणवंत के खिलाफ अहमदाबाद, कोलकाता और गुरुग्राम में केस दर्ज हैं.


Next Story