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फर्जी कॉल सेंटर का मकड़जाल: 15 महिलाएं और 6 लड़के गिरफ्तार, लोगों को ऐसे लगा रहे थे चूना
jantaserishta.com
10 July 2021 11:59 AM GMT
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फर्जी कॉल सेंटर (Fake Call Centre) की आड़ में देश- विदेश के लोगों को चूना लगाने वाले गैंग का भंडाफोड़ हुआ है. हरियाणा और दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने रोहिणी और गुरुग्राम में चल रहे ऐसे दो फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया है. दिल्ली का फर्जी कॉल सेंटर लोगों को सस्ते फोन का लालच, लॉटरी, लकी ड्रॉ आदि के जरिए ठगने का काम करता तो गुरुग्राम का कॉल सेंटर ज्यादातर अमेरिकी नागरिकों को धोखा देता था.
दिल्ली पुलिस ने राम कुमार, श्याम कुमार और गोविंद को दिल्ली से गिरफ्तार किया है. ये तीनों फर्जी कॉल सेंटर के कथित मालिक हैं. साथ ही 21 अन्य व्यक्तियों (15 महिलाएं और 06 लड़के) की भी गिरफ्तारी हुई है. रोहिणी जिला साइबर सेल ने दिल्ली के सेक्टर-7 रोहिणी में चल रहे एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया. कॉल सेंटर से पुलिस ने 3 कंप्यूटर डेस्कटॉप सिस्टम, 1 सिंगल सीपीयू, 1 बार कोड स्कैनर मशीन, 2 प्रिंटर, 1 मॉडम राउटर मशीन, 1 लैपटॉप, कुल 52 मोबाइल, अटेंडेंस रजिस्टर, ग्राहक रजिस्टर, ऑर्डर बुक रसीद, 384 पार्सल पैकेट और अन्य दस्तावेज मौके से बरामद किए हैं.
साइबर सेल रोहिणी ने 15 लड़कियों और 09 लड़कों को पकड़ा है, जो लॉटरी योजना के माध्यम से सस्ते दरों पर रेडमी मोबाइल देने के बहाने लोगों को ठगने के काम में लिप्त थीं. शुरुआती पूछताछ में पता चला कि उनके ज्यादातर शिकार उत्तर पूर्वी राज्यों के होते थे.
ये आरोपी दूसरे राज्यों की मोबाइल सीरीज इंटरनेट की मदद से इकट्ठा करते और उन्हें डायल करते थे. वे देश भर में कई लोगों को बेतरतीब ढंग से कॉल करते और उन्हें आकर्षक ऑफर के साथ लुभाने की कोशिश करते.
जैसे- उनका (ग्राहक) नंबर Redmi मोबाइल के लिए चुना गया है और यह ऑफर केवल आज के लिए मान्य है, यदि आप आज ऑफर का लाभ उठाना चाहते हैं 4500 रुपये देने होंगे. मोबाइल की असली कीमत 17,000 रुपये बाजार में है. ग्राहकों का विश्वास जीतने के लिए आरोपी भारत सरकार के डाकघर से सामान ग्राहक को भेजते. हालांकि, शुरुआत में Redmi मोबाइल भेजने के बजाय, वे पार्सल में सस्ते पर्स/बेल्ट और साबुन आदि भेज देते थे और ग्राहकों से कैश ऑन डिलीवरी के कारण पैसे प्राप्त करते थे.
डीएसपी इंद्रजीत यादव के नेतृत्व में हरियाणा के मुख्यमंत्री उड़न दस्ते की एक टीम ने गुरुग्राम के उद्योग विहार फेज-5 स्थित कॉल सेंटर पर छापा मारा. छापेमारी के दौरान गुरुग्राम पुलिस ने सात लोगों को गिरफ्तार किया और 2 हार्ड डिस्क व 1 मोबाइल फोन सहित अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट जब्त किए. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मुकुल सिंह, समीर कावली, गोरांग शर्मा, आलोक सिन्हा, विजय पाल सिंह, रवि शिर्के और बो पांग के रूप में हुई है. जबकि फर्जी कॉल सेंटर का मालिक निकुंज गिरी छापेमारी के समय मौजूद नहीं था. कॉल सेंटर मालिक निकुंज की तलाश में छापेमारी की जा रही है.
गुरुग्राम फर्जी कॉल सेंटर में छापेमारी के दौरान पुलिस ने पाया कि 26 पुरुष और 10 महिलाओं वहां अमेरिकी नागरिकों के साथ बात कर रहे थे. गिरफ्तार आरोपी अमेरिकी नागरिकों को एमेजॉन के कर्मचारियों के रूप में ठगता था और ई-गिफ्ट रिडीम्ड कार्ड के जरिए 100 से 1000 डॉलर वसूल करता था.
कॉल सेंटर के लिए आरोपी ने मकान का दो-तीन महीने का किराया 1.15 लाख रुपये जमा किया हुआ था. गुरुग्राम के साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में आईपीसी और आईटी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.
गुरुग्राम पुलिस को इनपुट मिले थे कि कस्बे में एक फर्जी कॉल सेंटर चल रहा है और उसने कई अमेरिकी नागरिकों को अमेज़न कंपनी के कर्मचारी के रूप में धोखा दिया गया है. कॉल सेंटर दूरसंचार विभाग के लाइसेंस के बिना संचालित किया जा रहा था. यहां से पुलिस को भारी मात्रा में गैजेट्स मिले हैं. '
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