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पुलिस ने एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है और छह महिलाओं सहित ग्यारह लोगों को कथित तौर पर कर्ज देने के बहाने 1,700 से अधिक लोगों को ठगने के आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस साल फरवरी से एक फैसल और उनकी टीम द्वारा उत्तम नगर के बाल उद्यान रोड पर दवा आपूर्ति की दुकान के वेश में कॉल सेंटर संचालित किया जा रहा था।
पुलिस उपायुक्त (द्वारका) एम हर्षवर्धन ने कहा कि कम से कम 29 रजिस्टर बरामद किए गए हैं, जिसमें उन लोगों की सूची है, जिन्हें आरोपियों ने ठगा है और लेन-देन का विवरण दिया है।
उन्होंने कहा कि रजिस्टरों का विश्लेषण करने पर पता चला कि आरोपियों ने एक करोड़ रुपये से अधिक की 1,700 से अधिक लोगों से धोखाधड़ी की थी। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि पूछताछ के दौरान फैसल ने यह दावा कर जांचकर्ताओं को गुमराह किया कि वह दवा बेचने के लिए कॉल सेंटर चला रहा था।
आगे की जांच में पता चला कि फैसल के कर्मचारी कस्टमर सपोर्ट एजेंट बनकर लोगों को कर्ज देने के बहाने फोन करते थे। उन्होंने कहा कि आरोपी तब बैंक खाते का विवरण साझा करता था, और लोगों से उस खाते में प्रसंस्करण शुल्क जमा करने के लिए कहता था। डीसीपी ने कहा कि गाजियाबाद निवासी एक आरोपी पारस ने किराए पर जगह ली थी। वह फरार है और उसे पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं। फ्रॉड सिंडिकेट चलाने में पारस के अलावा तीन अन्य भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि वे पैसे और सिम कार्ड इकट्ठा करने के लिए बैंक खातों और ऋण के संबंध में थोक एसएमएस भेजने जैसी बैक-एंड सेवाएं प्रदान करते थे। डीसीपी ने कहा कि इन आरोपितों को पकड़ने के प्रयास जारी हैं।
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