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ऑक्सीजन की कमी से हाहाकार: अब इस अस्पताल में 6 मरीजों की मौत, परिजनों का हंगामा

jantaserishta.com
24 April 2021 9:04 AM GMT
ऑक्सीजन की कमी से हाहाकार: अब इस अस्पताल में 6 मरीजों की मौत, परिजनों का हंगामा
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फाइल फोटो 

अस्पताल और प्रशासन आमने सामने आ गए हैं...

चंडीगढ़. पंजाब (Punjab) के अमृतसर में ऑक्सीजन (Oxygen) की कमी के कारण नीलकंठ अस्पताल (Neelkanth Hospital) में शनिवार सुबह 6 मरीजों की मौत हो गई. मौत की सूचना आते ही मरीजों के परिजनों अस्पताल में जमकर हंगामा किया. बताया जा रहा है कि मरीजों को जब इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया था तो अस्पताल प्रशासन ने उनके परिजनों से लिखवाकर अंडरटेकिंग ली.

इसमें कहा गया था कि अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के कारण यदि मरीज को कुछ होता है तो इसके लिए अस्पताल प्रशासन जिम्मेदार नहीं होगा. उधर स्वास्थ्य अधिकारियों ने मृतकों के परिजनों को आश्वासन दिया है कि मामले की जांच की जाएगी. देश के कई हिस्सों में ऑक्सीजन की कमी के कारण मरीजों की मौत की खबरें आ रही हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल तरीके से मीटिंग भी की थी.
उधर इस मामले को लेकर अस्पताल और प्रशासन आमने सामने आ गए हैं. अस्पताल के एमडी सुनील देवगन ने प्रशासन पर ऑक्सीजन के आवंटन को लेकर पक्षपात करने के आरोप लगाया हैं. उन्होंने कहा कि प्रशासन सरकारी अस्पतालों को ही ऑक्सीजन मुहैया करवा रहा है. जिसके चलते उनके अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी हुई है. सुनील देवगन ने कहा हम दोहरे संकट से गुजर रहे हैं यदि हम मरीजों का इलाज नहीं करते हैं तो उनके परिजन जबरन इलाज के लिए दबाव बना रहे हैं. यही वजह है कि मरीजों से अंडरटेकिंग ली जा रही है.
गौरतलब है कि पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने बीते दिनों से केंद्र सरकार से ऑक्सीजन की सप्लाई को बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. सूबे में पड़ोसी राज्य हिमाचल, उत्तराखंड और हरियाणा ऑक्सीजन की सप्लाई तो कर रहे हैं, लेकिन वह भी कम पड़ने लगी है. उन्होंने बताया कि कोविड मरीजों के इलाज में विस्तार कर दिया गया है और सभी अस्पतालों को कोविड मरीजों के लिए 75 प्रतिशत बेड आरक्षित रखने के लिए कहा गया है.
साथ ही आगामी 15 मई तक सभी चुनिंदा ऑपरेशनों को रद्द करने के लिए कहा गया है. उन्होंने आगे कहा कि राज्य में हिमाचल प्रदेश, जम्मू, हरियाणा और दिल्ली से इलाज के लिए मरीज आ रहे हैं जो संभावित तौर पर स्थानीय लोगों के रिश्तेदार हैं. इससे भी राज्य में कोरोना के मरीजों की अस्पतालों में संख्या बढ़ रही है.

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