विदेश मंत्रालय: 17000 भारतीयों ने यूक्रेन को छोड़ा, हर भारतीय नागरिक को वापस लाएंगे
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि लगभग 17,000 भारतीय नागरिक यूक्रेन की सीमाओं को छोड़ चुके हैं। जनवरी के अंतिम सप्ताह में सलाह जारी किया गया था। यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने रूसी पक्ष से मिली सूचना के आधार पर सभी भारतीय नागरिकों को तुरंत खारकीव छोड़ने को कहा है। क्या पीएम नरेंद्र मोदी आज रात फिर से रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात करेंगे इसके जवाब में अरिंदम बागची ने कहा कि PM कई देशों के नेताओं से बात कर रहे हैं। जब भी ऐसी बातचीत होती है तो हम आपके साथ साझा करते हैं। मैं पहले से कुछ नहीं कहना चाहूंगा।
The Embassy (in Kyiv) was asked to set up a temporary office in Lviv to facilitate border crossings by Indians. A substantial segment of our Embassy team is now at Lviv for this purpose. Location of the other segment of the Embassy team is dynamic: MEA Spokesperson Arindam Bagchi pic.twitter.com/j1l7LTWzhq
— ANI (@ANI) March 2, 2022
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि जिन लोगों ने अपना भारतीय पासपोर्ट खो दिया है, उन्हें आपातकालीन प्रमाणपत्र जारी करने के लिए एक क्रियाविधि स्थापित की गई है। मुझे लगता है कि इससे कई भारतीय छात्रों को भी मदद मिलेगी। विदेश मंत्रालय ने कहा कि हम अपने सभी नागरिकों से आग्रह करेंगे कि वे खारकीव को छोड़कर तुरंत सुरक्षित क्षेत्रों या आगे पश्चिम की ओर चले जाएं। यूक्रेन में रहने वाले भारतीय नागरिक चंदन जिंदल का बुधवार को स्वाभाविक कारणों से निधन हो गया। वह पिछले कुछ दिनों से अस्पताल में थे। हम यूक्रेन से प्रत्येक भारतीय नागरिक को वापस लाएंगे।यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को लेकर एक विशेष विमान राष्ट्रीय राजधानी के हवाई अड्डे पहुंचा। केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने विमान से भारत पहुंचे लोगों का स्वागत किया। यूक्रेन छोड़ने वाले भारतीयों की संख्या में तेज़ी से वृद्धि हुई है। खारकीव में जो भारतीय फंसे हैं, उन्हें तुरंत वहां से किसी दूसरी जगह चले जाने का एडवाइजरी जारी की गई है। इसके लिए खार्किव के पास की तीन जगह (पिसोचिन,बेज़लुडोव्का और बाबे) सुरक्षित जोन बताई गई हैं। नागरिकों को आज 6 बजे (यूक्रेनी समय) तक इन इलाकों में पहुंचने को कहा गया है।