चीन को लेकर बोले विदेश मंत्री एस जयशंकर - 'मुद्दा ये नहीं है कि हमारे बीच अच्छे संबंध होने चाहिए या नहीं...
दिल्ली। विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने शनिवार को गुजरात के IIM अहमदाबाद में देश के रुख और भारतीय विदेश नीति के बारे में विभिन्न विषयों पर छात्रों को संबोधित किया और उनसे बातचीत की. विदेश मंत्री ने चीन के साथ संबंधों को लेकर भी दो टूक कहा. उन्होंने कहा कि चीन से हमारे अच्छे संबंध राष्ट्रीय हित की कीमत पर नहीं हो सकते हैं. इसके साथ ही विदेश मंत्री ने भारतीय अर्थव्यवस्था की तारीफ की है. उन्होंने कहा कि हम आज 7-8 प्रतिशत की आर्थिक सुधार के लिए तैयार हैं.
एस जयशंकर ने चीन को लेकर कहा- 'मुद्दा ये नहीं है कि हमारे बीच अच्छे संबंध होने चाहिए या नहीं. हम अच्छे संबंध चाहते हैं, लेकिन अच्छे संबंध हमारे राष्ट्रीय हित की कीमत पर नहीं हो सकते. ये एक अशांत सीमा की कीमत पर नहीं हो सकते हैं.' उन्होंने कहा कि बॉर्डर एरिया में में चुनौती दिए जाने पर हम दृढ़ बने रहे. 2 साल पहले कोविड के बीच चीन ने समझौते का उल्लंघन करते हुए चाल चली थी. लेकिन हम अपनी जमीन पर खड़े रहे और बिना किसी रियायत के इस पर काम कर रहे हैं. दुनिया ने माना कि भारत अपने हितों की रक्षा करने में सक्षम है.
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, विदेश मंत्री ने रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को लेकर भी बयान दिया. एस जयशंकर ने कहा कि दुनिया यूक्रेन में एक बहुत ही जटिल संघर्ष से गुजर रही है और इसके परिणामस्वरूप दुनिया बहुत ध्रुवीकृत हो गई है. हमने एक स्वतंत्र रुख अपनाया है और निर्णय लिए हैं जो हमें लगता है कि हमारे लोगों के कल्याण के दृष्टिकोण से सही निर्णय हैं. उन्होंने आगे कहा कि ये कुछ ऐसा है, जिसे दुनिया ने नोट किया है. हम बहुत से अन्य देशों की भावनाओं को भी व्यक्त कर रहे हैं, जो आज इसे व्यक्त करने में आश्वस्त नहीं हो सकते हैं.
विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि G20 एक बहुत भारी आर्थिक मंच है. यह एक आर्थिक विकास का मंच है, जो समय-समय पर राजनीति में आता है. तनाव के बारे में ये चिंताएं 3 साल के कोविड, और फिर यूक्रेन मुद्दे, और फिर कई मामलों में इसके शीर्ष पर जलवायु परिवर्तन आ रहा है. उन्होंने कहा कि भारत ने एक विशाल सामाजिक परिवर्तन देखा है. हम आज 7-8 प्रतिशत की आर्थिक सुधार के लिए तैयार हैं. दुनिया हमारी अर्थव्यवस्था को बहुत सम्मान के साथ देखती है. केंद्र सरकार ने 800 मिलियन से ज्यादा लोगों के भोजन की व्यवस्था की है.
एस जयशंकर ने कहा कि लॉकडाउन से आज तक 80 करोड़ लोगों के खाने की व्यवस्था की गई है. इसलिए हमारे पास बीमारी से ज्यादा भूख से मरने वाले लोग नहीं हैं. उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत और शौचालय निर्माण ने दुनिया का ध्यान खींचा. क्योंकि पहले यह हमारी छवि पर एक धब्बा था. इस तथ्य से कि हमने स्वच्छता में सुधार के साथ 100 मिलियन शौचालयों का निर्माण किया है. वास्तव में विदेशों में एक बड़ा प्रभाव पड़ा है.