भारत

विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा- 'ग्लोबल ट्रैवल के लिए कोविड टेस्ट काफी, वैक्सीन के नाम पर ना हो भेदभाव'

Deepa Sahu
10 July 2021 11:35 AM GMT
विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा- ग्लोबल ट्रैवल के लिए कोविड टेस्ट काफी, वैक्सीन के नाम पर ना हो भेदभाव
x
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को कहा कि अंतरराष्ट्रीय यात्रा के पहले और बाद में लोगों की जांच करना एक पर्याप्त आधार है,

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को कहा कि अंतरराष्ट्रीय यात्रा के पहले और बाद में लोगों की जांच करना एक पर्याप्त आधार है, लेकिन कुछ देशों ने अब टीकाकरण का मुद्दा पेश किया है. साथ ही उन्होंने कुछ सहमति पर पहुंचने पर जोर दिया. जयशंकर ने अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव से मुलाकात के बाद संयुक्त प्रेस वार्ता में कहा कि उनका मानना है कि यात्रा के लिए आधार जांच होना चाहिए.

उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय यात्रा से पहले अगर लोगों ने जांच कराई है और साथ ही आगमन पर भी जांच कराई है तो ये यात्रा के लिए पर्याप्त आधार है, लेकिन कुछ देशों ने अब टीकाकरण का मुद्दा पेश किया है. जयशंकर ने कहा कि इसलिए हमें एक सहमति पर पहुंचना होगा. मैंने आज इस बारे में चर्चा की कि कैसे हम ये सुनिश्चित कर सकते हैं कि हमारे साथ भेदभाव नहीं हो और अपने नागरिकों के एक दूसरे के देश में यात्रा के लिए किस तरह हम आपस में सहमति बनाए.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि कोविड-19 चुनौती ने असल में भारत और रूस को अपने सहयोग की ताकत दिखाने का मौका दिया है. साथ ही कहा कि हम आज ये स्पुतनिक टीके के उत्पादन में देख रहे हैं और मैं अपने रूसी समकक्ष के साथ पूरी तरह से सहमत हूं. जयशंकर ने कहा कि मुझे लगता है कि हमें अपनी आबादी की रक्षा करनी है और विश्व की मदद करनी है.
भारत और रूस टीकों के राजनीतिकरण के खिलाफ
लावरोव ने कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में रूस और भारत के बीच सहयोग पर टिप्पणी करते हुए कहा कहा कि रूस कोविड का टीका लेने वाले नागरिकों के प्रमाणन पर भारत के साथ चर्चा करने को तैयार है और इस संबंध में किसी समझौते पर पहुंचा जा सकता है. उन्होंने कहा कि दोनों ही देश टीकों के राजनीतिकरण के खिलाफ हैं. जयशंकर ने कोरोनोवायरस संकट के खिलाफ बाद की लड़ाई के दौरान भारत को राष्ट्र की सहायता के लिए रूस को भी धन्यवाद दिया. कोरोना महामारी के चरम के दौरान रूस ने देश को कम से कम 22 टन मेडिकल सप्लाई भेजी थी.
Next Story