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जुन्नारदेव में हुआ शिक्षा का शोषण, प्रशासन की नाक के नीचे फर्जी रूप से चल रहा है स्कूल

Nilmani Pal
3 Aug 2023 4:37 AM GMT
जुन्नारदेव में हुआ शिक्षा का शोषण,  प्रशासन की नाक के नीचे फर्जी रूप से चल रहा है स्कूल
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जुन्नारदेव शाला को शिक्षा का पवित्र मंदिर माना जाता है और शिक्षको को गुरु! परंतु कुछ शाला संचालकों द्वारा धनोपार्जन में तत्पर होने तथा लोभी वृत्ति से "छल" किए जाने की घटनाएं निरंतर बढ़ती जा रही हैं जो ना केवल समाज में नैतिकता के घटते स्तर बल्कि "पाप तथा शोषण" का द्योतक है। ऐसा ही एक मामला कोयलांचल क्षेत्र में एक स्कूल में देखने को मिल रहा है। पूर्व में सभी विद्यार्थियों को अपनी प्रतिष्ठा के कारण अनायास ही आकर्षित कर लेने वाले "कन्हान वैली स्कूल" प्रबंधन के द्वारा कोयलांचल के पालकों को ठग लिया गया है साथ ही शिक्षार्थियों का मानसिक शोषण (शिक्षार्थियों की शिक्षा का ही शोषण) कर लिया गया है।
प्राप्त जानकारी अनुसार "कन्हान वैली स्कूल प्रबंधन द्वारा जीएम ऑफिस के अलावा दो अन्य स्कूल तानसी तथा नंदनवाशरी" में संचालित किए जा रहे हैं जबकि जीएम ऑफिस वाले स्कूल के अतिरिक्त अन्य दोनों में सीबीएसई की कोई किसी प्रकार की मान्यता नहीं है। उसके बाद भी वर्षों से यह स्कूल सीबीएसई की मार्कशीट बच्चों को बांट रहा है अब आपके मन में संशय उत्पन्न होगा कि ऐसे तो कई स्कूलों में किया जा रहा है इसमें नया क्या है? नया यह है कि यह स्कूल सीबीएसई के साथ - साथ एक ही कक्षा के एक ही बच्चे को दो - दो मार्कशीट बांट रहे हैं। सीबीएसई के साथ एमपीबोर्ड की मार्कशीट भी यहां बांटी जा रही है मानो मार्कशीट तो प्रबंधन के घर में ही बन रही हो।
इसी से पीड़ित एक अभिभावक ने यह शिकायत की है तभी भांडा फूटा है और तत्कालीन कलेक्टर शीतला पटले द्वारा इसकी जांच के आदेश दिए गए परंतु कलेक्टर बदल गए फिर भी जांच पूरी नहीं हो पाई कब तक होगी यह जांचकर्ता ही जाने। परंतु इतना तो साफ है यह स्कूल इतने वर्षों से प्रशासन की नाक के नीचे बिगैर सीबीएसई की मान्यता के संचालित किये जा रहे हैं।
प्रकरण ही भूले जिला शिक्षा अधिकारी- दरअसल उक्त प्रकरण में गलती स्कूल प्रबंधन की नहीं है बल्कि लचर प्रशासनिक व्यवस्था की है, शिक्षा जगत में इतना बड़ा घटनाक्रम घटित होने पर भी इस संबंध में जब जिला शिक्षा अधिकारी से मामले में जांच की प्रगति तथा प्रशासन के पक्ष को जानने हेतु संपर्क किया गया तो पहले तो उन्होंने इस मामले में अनभिज्ञता की जब हमारे द्वारा स्पष्ट रूप से उन्हें यह कहा गया कि तत्कालीन कलेक्टर महोदया द्वारा आपको इस मामले की जांच दी हुई है तो उनकी अनभिज्ञता या अभिनय जो भी हो असफल हुआ और बाबू से पूछकर बताता हूं जैसा गैरजिम्मेदाराना बयान दे डाला जिसकी उच्चस्तरीय शिकायत किया जाना सुनश्चित है।
शीघ्र मुख्यमंत्री से मिलेंगे शिकायतकर्ता- इस बड़े सनसनीखेज छल के मामले में पीड़ित शिकायतकर्ता द्वारा शीघ्र ही मुख्यमंत्री से मिलकर उक्त पूरे गड़बड़झाले का प्रस्तुतिकरण किया जाएगा साथ ही जांच में अनावश्यक देरी एवं जिला शिक्षा अधिकारी का ढुलमुल रवैए की शिकायत भी मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान से की जाएगी।
बहरहाल यह तो स्पष्ट है कि निष्पक्ष जांच हुई तो शालाप्रबंधन पर धोखाधड़ी समेत अन्य आपराधिक प्रकरण दर्ज होना तय है साथ ही शिक्षा जगत के एक विशेष तकनीकिज्ञ की माने तो प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए स्कूल की मान्यता तो तुरंत रद्द हो ही जानी चाहिए। होता क्या है यह भविष्य के गर्भ में अभी अनुत्तरित है,जिसपर हमारी पैनी निगाह रहेगी।
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